गत 6 जुलाई को ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पी-3 में एक बंद पड़े फव्वारे के कुंड में डूबने से छह वर्षीय पृथ्वी की मौत की घटना ने पूरे क्षेत्र में चिंता और नाराजगी का माहौल बना दिया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने पुलिस आयुक्त और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से रिपोर्ट तलब की है।
स्थानिय निवासियों के अनुसार, मृतक बच्चा पृथ्वी अपने घर के पास खेलते समय फव्वारे के कुंड में गिर गया। यह फव्वारा काफी समय से बंद पड़ा था और इसके बारे में स्थानीय निवासियों ने कई बार प्राधिकरण को शिकायत की थी, लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। घटना पर एक निवासी ने बताया, “हमने कई बार प्राधिकरण के अधिकारियों को इस कुंड की सुरक्षा के लिए चेताया था। इसके बावजूद कोई कदम नहीं उठाए गए।
ज्ञातव्य है कि यह फव्वारा तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण द्वारा निष्प्रयोज्य मानकर बंद किया गया था। इसके बाद से ही इसकी देखभाल और सुरक्षा को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर प्राधिकरण ने समय रहते इस फव्वारे को ठीक से बंद किया होता या उसकी सुरक्षा व्यवस्था की होती, तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।
मानवाधिकार आयोग ने इस घटना को संज्ञान में लेते हुए कहा है कि यह मामला गंभीर है और इसलिए उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं पुलिस आयुक्त से इस मामले में दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। यह नोटिस केस संख्या-14635/24/30/2025 के तहत जारी किया गया है, जिसकी प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक को भी भेजी गई है। इस प्रकरण में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी के आदेश पर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हुए प्राधिकरण अपने स्तर पर आंतरिक जाँच कर रहा है।