प्रदेश सरकार ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक फेरबदल करते हुए लगभग एक दर्जन जिलों में नए जिलाधिकारी (डीएम) की तैनाती का निर्णय लिया है। 23 IAS अधिकारियों का स्थानांतरण होने से स्थानीय प्रशासन में एक नई दिशा मिलने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, कासगंज की जिलाधिकारी मेधा रूपम को अब गौतमबुद्धनगर का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है वहीं, गौतमबुद्ध नगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा को प्रयागराज का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। इन परिवर्तनों में यमुना प्राधिकरण के एसीईओ कपिल सिंह को भी कानपुर देहात का जिलाधिकारी बनाया गया है। गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश को नोएडा प्राधिकरण में एसीईओ बनाया गया है। गाजियाबाद के जिलाधिकारी दीपक कुमार मीणा का तबादला गोरखपुर के डीएम के रूप में किया गया है, उनकी जगह रवीन्द्र कुमार मंदर को गाजियाबाद का जिलाधिकारी बनाया गया है।

कौन हैं मेधा रूपम ?
मेधा रूपम, जो कि वर्ष 2014 बैच की IAS अधिकारी हैं, का जन्म उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ। हालांकि, उनके पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता केरल कैडर के IAS अधिकारी होने के कारण उनकी प्रारंभिक शिक्षा केरल में हुई। उनका स्कूली जीवन नेवल पब्लिक स्कूल, एर्नाकुलम और सेंट थॉमस स्कूल, तिरुवनंतपुरम में गुजरा। दिलचस्प बात यह है कि मेधा ने अपनी 12वीं में ही शूटिंग सीखना शुरू किया, जो उनके बहुरंगी प्रतिभाओं को दर्शाता है।
अपने उच्च शिक्षा के दौरान, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया। यह साफ है कि मेधा रूपम का प्रशासनिक करियर अनुभव और शिक्षा का एक मजबूत आधार प्रदान करता है। मेधा रूपम के लिए गौतम बुद्ध नगर नया नहीं है वो कुछ समय पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में एसीईओ रह चुंकी हैं
स्थानीय निवासियों के लिए यह परिवर्तन न केवल प्रशासन के दृष्टिकोण को नया रंग देने का अवसर है, बल्कि उम्मीद की जाती है कि ये नए डीएम अपने-अपने जिलों में विकास और जनकल्याण के कार्यों में तेजी लाएंगे। मेधा रूपम, जिनके पास युवा विचारों और नवीनीकरण की ऊर्जा है, की तैनाती को लेकर जिले के लोगों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।