उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी नवंबर में आयोजित होने वाले भूमि पूजन समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने पिकप भवन स्थित इन्वेस्ट यूपी कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में इस समारोह की रूपरेखा पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह संख्या नवंबर तक 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है।
बैठक में मंत्री नंदी ने कहा, “हमारा लक्ष्य निवेशकों को आकर्षित करना और उन्हें राज्य की औद्योगिक विकास प्रक्रिया में शामिल करना है। इस विशेष समारोह में 12 लाख 10 हजार 274 करोड़ रुपये की 16,478 परियोजनाओं को शामिल किया गया है, जिनमें से 4 लाख 33 हजार 528 करोड़ की 8,363 परियोजनाएं पहले से चालू हैं।”
अंतरराष्ट्रीय रोड शो का आयोजन
इस समारोह को सफल बनाने के लिए चीन, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, यूएई, कतर और कनाडा जैसे देशों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोड शो आयोजित किए जाएंगे। यह प्रयास उन विदेशी कंपनियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जा रहा है जो उत्तर प्रदेश में निवेश में रुचि रखती हैं। सीईओ इन्वेस्ट यूपी विजय किरण आनंद ने बताया, “हाल ही में 62 कंपनियों को 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने का लेटर ऑफ कंफर्ट दिया गया है। हर महीने 10 नई कंपनियों को यह लेटर जारी करने का लक्ष्य रखा गया है।”
मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली का उद्घाटन
बैठक के दौरान नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) पोर्टल का उद्घाटन भी किया। यह पोर्टल निवेशकों और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच एक मजबूत सेतु का काम करेगा। मंत्री ने कहा, “हमारे पास कर्मचारियों की आवश्यकता है ताकि औद्योगिक विकास की गति को बनाए रखा जा सके। इसके लिए हम अधिकारियों को तैनात करेंगे और प्रतिष्ठित संस्थानों के युवाओं को भी शामिल करेंगे।”
चीन से निवेश की संभावना
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि 371 कंपनियां चीन से भारत आना चाहती हैं। इन कंपनियों से संपर्क कर उनकी उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए संभावनाओं पर चर्चा की जा रही है। मंत्री ने कहा, “हम इन कंपनियों के साथ मीटिंग्स कर रहे हैं ताकि वे अपनी संभावनाओं का आकलन कर सकें।”
उत्तर प्रदेश की औद्योगिक विकास यात्रा में यह भूमि पूजन समारोह एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकता है। यदि यह निवेश संभावनाएँ सफल होती हैं, तो यह न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा। राज्य सरकार की योजनाएं और अंतरराष्ट्रीय सहयोग इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। अंततः, यह सभी प्रयास उत्तर प्रदेश को एक औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत कदम हैं।