ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पाई-4 स्थित ड्रीम-297 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट पर कब्जे को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है। बी.ए. कंपनी के निदेशक विशाल बंसल के साथ मारपीट का मामला दर्ज किया गया है, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब ग्रेटर नोएडा क्षेत्र नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और प्रस्तावित फिल्म सिटी जैसी बड़ी परियोजनाओं के कारण तेजी से विकास कर रहा है, जिसके चलते संपत्ति और जमीन से जुड़े विवादों में भी वृद्धि देखने को मिल रही है।
पीड़ित विशाल बंसल की शिकायत के अनुसार, बीते बुधवार, 18 जून 2024 को वह अपने सहयोगियों अशोक भारद्वाज, महेश गोयल और विजय चौहान के साथ ड्रीम-297 प्रोजेक्ट साइट पर गए थे। वहां उन्होंने देखा कि कुछ लोग जबरन साइट पर बोर्ड लगा रहे थे। जब विशाल बंसल और उनके साथियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो आरोपी नदीम अहमद, आदिल, सतेंद्र, सक्लेन, ताबीस और दो अज्ञात लोगों ने लाठी-डंडों और सरियों से उन पर हमला कर दिया। विशाल बंसल का आरोप है कि सभी आरोपियों ने एक राय होकर उन्हें बुरी तरह पीटा। नदीम के इशारे पर मौके पर 40-50 अन्य लोग भी इकट्ठा हो गए, जिन्होंने हमलावरों का समर्थन करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस की मदद से घायल विशाल बंसल को अस्पताल पहुंचाया गया। मेडिकल रिपोर्ट में उनके शरीर में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई है। हालत बिगड़ने पर उन्हें मेरठ स्थित लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें 20 जून को छुट्टी मिली। इसके बाद उन्होंने बीटा-2 कोतवाली पुलिस में केस दर्ज कराया है।
श्रमिकों को भगाने और झुग्गी तोड़ने पर हुआ विवाद
इस मामले में कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि नदीम पक्ष ने बिल्डर साइट प्रोजेक्ट पर काम किया था और उनका बिल्डर पर करीब चार करोड़ रुपये बकाया है। पुलिस के अनुसार, विकास बंसल पक्ष ने 50-50 लाख रुपये लेकर नदीम पक्ष को ठेके पर जमीन दी थी कि वह काम कर ले, जिसमें से विशाल बंसल पक्ष एक 50 लाख का चेक कैश कर चुका था। साइट पर काम भी चल रहा था।
पुलिस का कहना है कि घटना के दिन विशाल बंसल अपने साथियों के साथ पहुंचे और श्रमिकों को भगाने के साथ ही झुग्गियां तोड़ने लगे। आरोप है कि नदीम पक्ष के लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि उनका पहले से चार करोड़ रुपये बकाया है और एक करोड़ रुपये की चेक ले रखी गई है। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो बाद में धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई।
पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके।