प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी शुक्रवार और शनिवार को नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरणों की कार्यप्रणाली और परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इन दोनों दिनों की बैठकें अधिकारियों की तैयारियों को अंतिम रूप देने के बीच हो रही हैं, जिनमें विभिन्न विभागों के कामकाज के साथ-साथ लंबित परियोजनाओं पर खास नजर रखी जाएगी।
शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण की समीक्षा
मंत्री नंद गोपाल नंदी शुक्रवार को सुबह 11 बजे से नोएडा प्राधिकरण की समीक्षा बैठक शुरू करेंगे। बैठक में औद्योगिक, संस्थागत, आवासीय, ग्रुप हाउसिंग और हाउसिंग विभागों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही इन विभागों के अंतर्गत चल रही परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट को भी विस्तृत रूप से देखा जाएगा।
विशेष रूप से लैंड बैंक की स्थिति पर सवाल उठ सकते हैं। बिल्डर और खरीदारों के मामलों की प्रगति रिपोर्ट बैठक का एक अहम हिस्सा होगी, क्योंकि अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के बाद भी अब तक बिल्डरों द्वारा बकाया राशि का भुगतान अपेक्षित स्तर तक नहीं हुआ है। जहां कुछ बिल्डरों ने भुगतान किया है, वे राशि अपेक्षाकृत कम मानी जा रही है। इस वजह से रजिस्ट्री के आंकड़े उत्साहजनक परिणाम नहीं दिखा रहे हैं।
दोपहर में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बैठक
नोएडा प्राधिकरण की बैठक के बाद मंत्री दोपहर करीब दो बजे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लिए रवाना होंगे। यहां जांच-पड़ताल की बैठक लगभग ढाई बजे शुरू होगी और लगभग आधे घंटे लंबी बैठक में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की समीक्षा के साथ बिल्डर परियोजनाओं के फ्लैट खरीदारों तथा औद्योगिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस बैठक में औद्योगिक निवेश बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिसे क्षेत्रीय विकास के लिए एक अहम कारक माना जा रहा है। मंत्री की यह बैठक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सभागार में आयोजित होगी।
शनिवार को यमुना प्राधिकरण की समीक्षा
मंत्री नंद गोपाल नंदी शनिवार को सुबह 11 बजे यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ परियोजनाओं की प्रगति पर समीक्षा करेंगे। बैठक में विभिन्न चल रही परियोजनाओं की स्थिति पर सवाल-जवाब होंगे। अधिकारियों को अपने विभागीय कार्यों में हुई प्रगति स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करनी होगी।
क्षेत्रीय विकास के लिए समीक्षा का महत्व
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक एवं आवासीय हब हैं। इन प्राधिकरणों के द्वारा चलाए जा रहे विकास परियोजनाओं का क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव पड़ता है। नंद गोपाल नंदी की यह तीनों दिन की कार्यशैली समीक्षा स्थानीय निवासियों के लिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इससे परियोजनाओं की गति व गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
बिल्डर-खरीदार विवादों पर रहेगी नजर
विशेष रूप से बिल्डरों और फ्लैट खरीदारों के बीच मामलों में बिना खास प्रगति के लंबे समय तक मामले लटकने से क्षेत्रीय जनता में असंतोष फैला है। अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के बावजूद अभी तक अनुपालन में कमी देखी जा रही है। मंत्री की यह समीक्षा उन असुविधाओं को दूर करने के प्रयास के तौर पर देखी जा रही है।