रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को नोएडा की राफे एमफिब्र कंपनी पहुंचे, जहां उनका स्वागत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रक्षा उपकरण और ड्रोन निर्माण इकाई का उद्घाटन था, जो राज्य में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उद्घाटन समारोह के दौरान, कंपनी की ओर से बनाए गए ड्रोन उड़ाकर दिखाए गए, जिन्हें रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने ध्यान से देखा। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हर युद्ध ने हमें नए तरीकों से परिचित कराया है। ऑपरेशन सिंदूर ने भी हमें महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं। उत्तर प्रदेश अब रक्षा निर्माण में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि शस्त्र और शास्त्र के समन्वय से ही राष्ट्र मजबूत होता है और यूपी रक्षा उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि यह नोएडा को डिफेंस हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को नई ऊंचाई देगा। आज की बढ़ती हुई चुनौतियों को देखते हुए रक्षा क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर का सामना करने के लिए अत्याधुनिक ड्रोन निर्माण के साथ एयरक्राफ्ट इंजन एंड डिफेंस एयरोस्पेस टेस्ट फेसिलिटी विकसित की गई है। पहले हमें दुनिया पर निर्भर रहना पड़ता था, डाटा कैप्चर कर दुश्मन हमें पंगु बनाने की कोशिश करता था, अब ऐसा नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1947 से भारत विभिन्न युद्धों का सामना करता रहा है। प्रत्येक युद्ध का पैटर्न बदलता रहा है। ऑपरेशन सिंदूर ने युद्ध के एक नए दौर में प्रवेश किया, जिसने भारत के सामर्थ्य का एहसास दुनिया को कराया। लेकिन इसने हमें भविष्य की चुनौतियों से जूझने की प्रेरणा भी दी। हम सभी जानते हैं कि ताकत हो तो दुनिया नतमस्तक होती है। उन्होंने गुरु द्रोणाचार्य का जिक्र करते हुए कहा कि जब उनसे पूछा गया कि आप शस्त्र क्यों धारण कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा- अग्रतरू चतुरो वेदाः पृष्ठतः सशरं धनुः। शस्त्रेण रक्षिते राष्ट्रे शास्त्र चिंता प्रवर्तते। शस्त्र और शास्त्र के बेहतर समन्वय से राष्ट्र शक्तिशाली होता है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने भी कहा था- वीर भोग्या वसुंधरा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पहले से समृद्ध रहा है। यहां 9 ऑर्डिनेंस फैक्ट्री पहले से कार्यरत हैं, जो रक्षा उत्पादन में योगदान दे रही हैं। 04 डिफेंस पीएसयू उत्तर प्रदेश में पहले से मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मा0 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी ने देश की चुनौतियों को देखते हुए दो नए डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग केंद्र दिए, जिसमें एक यूपी को मिला। हम 6 नोड्स- अलीगढ़, आगरा, कानपुर, लखनऊ, झांसी और चित्रकूट में विकास कर रहे हैं। अब तक 12.5 हजार एकड़ लैंड उपलब्ध कराई गई है। जितनी भी सुविधा चाहिए, यूपी सरकार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि मा0 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस मिसाइल का केंद्र लखनऊ में बनाया है। अब लखनऊ ब्रह्मोस मिसाइल के रूप में भी जाना जाता है। लखनऊ की मुस्कुराहट तब तक अधूरी थी, जब तक मिसाइल की गूंज दुश्मन के कानों तक न पहुंचे। ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस ने अपनी क्षमता दिखाई। उत्तर प्रदेश में इसी तरह डीडीएल का केंद्र का झांसी में केन्द्र बनाने के साथ ही मैन्यूफैक्चिरिंग का कार्य भी प्रारम्भ हो गया है, ए0के0 203 अमेठी में इसका निर्माण का कार्य चल रहा है और वेब्ले स्काॅट का हरदोई में कार्य प्रगति पर है।
इस दौरन सांसद डॉक्टर महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक नोएडा पंकज सिंह, विधायक दादरी तेजपाल नागर, विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी, अन्य जनप्रतिनिधि गण, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार, रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा प्राधिकरण लोकेश एम, मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा रवि एनजी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना विकास प्राधिकरण राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी मेधा रूपम, प्रशासन एवं पुलिस विभाग के तथा रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।