आज देश-विदेश में बड़े ही उत्साहस, उमंग और धूम-धाम के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस वर्ष भगवान श्रीकृष्ण का 5252वां जन्मोत्सव है। अभी देशभर के मंदिरों और घरों में कान्हा का श्रृंगार और भोग अर्पित किया जा रहा है। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में मंदिरों को सजाया गया है लोग मंदिरों में दर्शन के लिए जा रहे है।
अब से बस कुछ ही देर बाद कान्हा घर-घर जन्म लेंगे। जन्म के बाद भगवान कृष्ण की पूजा में पंचामृत विशेष रूप से चढ़ाया जाता है। इसे गाय के दूध, दही, घी, शहद व शक्कर मिलाकर तैयार किया जाता है। इसका सेवन करने से कई तरह की बीमारियां और मानसिक विकार दूर होते हैं।
भगवान श्रीकृष्ण के मंत्र जप
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
ॐ श्री कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजन वल्लभाय नमः
ॐ श्री कृष्णाय नमः
मान्यता है कि जन्माष्टमी की रात भक्तिभाव के साथ श्रीमदभागवत पुराण का पाठ और भजन करने पर श्रीकृष्णजी की कृपा बरसती है।