ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देशन में, स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार से 10 क्विक रेस्पॉन्स टीमों (क्यूआरटी) का गठन किया है। ये टीमें उन क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी जहां सफाईकर्मी नहीं उपस्थित हैं या जहां तत्काल सफाई की आवश्यकता महसूस होती है।
इन क्यूआरटी टीमों का मुख्य उद्देश्य न केवल सफाई कराना है, बल्कि गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी करना है। प्रत्येक क्यूआरटी टीम में एक कूड़ा गाड़ी और दो कूड़ा गाड़ियों के साथ एक जेसीबी मशीन भी शामिल होगी। इसकी सूचना के आधार पर, जहां भी अधिक कूड़ा होगा, वहां क्यूआरटी को भेजा जाएगा। इस दौरान, हर टीम को विशेष प्रकार की जैकेट प्रदान की गई है, जिन पर उनकी पहचान के लिए क्यूआरटी नंबर लिखा हुआ है।
गंदगी फैलाने पर 50 हजार का जुर्माना
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एरिया में ट्रैक्टर- ट्रॉली या किसी अन्य प्रकार के वाहन से इधर-उधर कूड़ा फेंकने वालों पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया जाएगा।
क्यूआरटी टीमों की समयावधि सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित की गई है। प्राधिकरण के महाप्रबंधक आरके भारती ने बताया कि क्यूआरटी की प्रभावशीलता के आधार पर, उनकी संख्या को बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही, एक चार सदस्यीय नियंत्रण समिति की स्थापना की गई है, जो क्यूआरटी टीमों की गतिविधियों की निगरानी करेगी।

ग्रेटर नोएडा की सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए क्यूआरटी की 10 टीमें बनाईं गइंर् हैं। यह प्रयोग सफल रहा तो टीमें बढ़ाई जा सकती हैं। उम्मीद है कि इससे सफाई व्यवस्था और बेहतर करने में मदद मिलेगी। सभी बल्क वेस्ट जनरेटरों से कूड़े का उचित प्रबंधन करने, निवासियों से इधर-उधर कूड़ा न फेंकने और ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ शहर बनाने में सहयोग की अपेक्षा है। इधर-उधर गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
श्रीलक्ष्मी वीएस, एसीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
कंट्रोल कमेटी के अध्यक्ष आरके भारती स्वयं होंगे, जबकि वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार गौतम, मैनेजर बिजेन्द्र कुशवाहा और सहायक प्रबंधक मनोज कुमार चौधरी इसके सदस्य होंगे। क्यूआरटी टीमों की गतिविधियों की वास्तविक समय में मॉनिटरिंग के लिए जल्द ही एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा।
प्राधिकरण द्वारा पहले से लागू सफाई व्यवस्थाओं के साथ यह क्यूआरटी प्रणाली समानांतर कार्य करेगी। यह नया उपाय ग्रेटर नोएडा के निवासियों के जीवन स्तर को सुधारने और शहर को साफ-सुथरा बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्राधिकरण ने उम्मीद जताई है कि ये टीमें शहर के वातावरण को बनाए रखने में सकारात्मक योगदान देंगी। स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें और गंदगी फैलाने से बचें।