पुलिस विभाग की गोपनीयताओं के हनन के आरोप में एक प्रमुख न्यूज चैनल के मानव संसाधन (एचआर) हेड ललित पंडित और एक हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला एक गंभीर संवेदनशीलता को उजागर करता है, जिसमें पुलिस डेटा और जानकारी का दुरुपयोग किया गया।
इन गिरफ्तारियों के पीछे के कारणों का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि ललित पंडित, जो कि ग्रेटर नोएडा के निवासी हैं, पर यह आरोप है कि उन्होंने नोएडा के सेक्टर-63 स्थित एक न्यूज चैनल में एचआर हेड के पद पर रहते हुए पुलिस विभाग के “क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम” (सीसीटीएनएस) के पासवर्ड और लॉगिंग की जानकारी का प्रयोग किया।
सूत्रों के अनुसार, ललित पंडित ने इस पासवर्ड का उपयोग कर पुलिस सामग्री जैसे एफआईआर, चार्जशीट और अन्य गोपनीय जानकारियों को बिना अनुमति के प्राप्त कर वह दुरुपयोग करने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने उनके लैपटॉप में संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के बाद उनकी हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि पासवर्ड और लॉगिंग जानकारी उनके एक मित्र, प्रशांत सोलंकी, जो कि अलीगढ़ के खैर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल हैं, से मिली थी।
प्रशांत सोलंकी पर भी आरोप है कि उन्होंने ललित पंडित को यह जानकारी दोस्ती के चलते दी थी। उनकी गिरफ्तारी भी इसी मामले में हुई, और दोनों के बीच पैसों के लेनदेन के प्रमाण भी मिले हैं, जिसमें ललित ने प्रशांत के खाते में कई बार पैसे ट्रांसफर किए।
ललित पंडित, जिनका नाम पूर्व में पंकज पाराशर और स्क्रैप माफिया रवि काना के मामले में भी आया था, न्यूज़ इंडिया चैनल के चेयरमैन शालू पंडित उर्फ़ शैलेंद्र शर्मा के निकट रिश्तेदार माने जाते हैं, और उन्हें चैनल मैं महत्वपूर्ण पद पर रखा गया था। बीते वर्ष बागेश्वर धाम की कथा आयोजको में शैलेंद्र शर्मा का नाम आया था और ललित पंडित उसके मीडिया प्रभारी बनाये गये थे। हाल ही में शैलेंद्र शर्मा अपने चैनल की ही पूर्व महिला पत्रकार के साथ विवाद का विडियो वायरल होने के बाद भी चर्चा में आये थे दोनों ही पक्षों ने एक दुसरे पर कई आरोप लगाये थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले की गहन जांच जारी है और अन्य शामिल व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, “यह मामला न केवल कानून के उल्लंघन का है, बल्कि यह आम जनता के अधिकारों और उनकी गोपनीयता की सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरा है।”