सेक्टर-31 के सी ब्लॉक में स्थित 45 साल पुराने जनता फ्लैटों को स्थानीय प्राधिकरण द्वारा जर्जर घोषित किया गया है। यह निर्णय एक फ्लैट की छत गिरने के बाद लिया गया है। प्राधिकरण ने 128 फ्लैटों को इस स्थिति में रखते हुए इन्हें खाली कराने की प्रक्रिया शुरू करने का संकेत दिया है, हालांकि इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं बताई गई है।
प्राधिकरण ने इन पुरानी इमारतों को तोड़कर रिडेवलपमेंट पॉलिसी के तहत फिर से बनाने का निर्णय लिया है। यह पॉलिसी प्राचीन सोसाइटियों के पुनर्विकास को लेकर हाल ही में लागू की गई थी, जिसमें 30 साल से अधिक पुरानी इमारतों को ध्यान में रखा गया था। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि नीति के अनुसार, मूल आवंटियों को समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। आगामी बोर्ड बैठक में इस पॉलिसी को विस्तार देने का प्रस्ताव रखा जाएगा, जिसके बाद नए फ्लैट बनाने के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।
प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, रिडेवलपमेंट पॉलिसी का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि निवासियों को असुविधा न हो। चुने गए विकासकर्ता को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वह पुराने फ्लैटों में रहने वाले लोगों को नए फ्लैट उपलब्ध कराए। विकासकर्ता को निश्चित समय सीमा के भीतर निर्माण समाप्त करने की शर्त भी होगी और किसी भी प्रकार की देरी होने पर जुर्माने का प्रावधान होगा।
रिडेवलपमेंट पॉलिसी में यह भी उल्लेखित है कि परियोजना के लिए 70 प्रतिशत आवंटियों की सहमति आवश्यक है, लेकिन अगर स्थिति आपातकालीन हो जाती है तो प्राधिकरण बलपूर्वक भी इमारत को खाली करवा सकता है।
इसके साथ ही, प्राधिकरण ने यह तय किया है कि शहर की अन्य पुरानी और जर्जर सोसाइटियों का भी निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण का कार्य वर्क सर्कल और नियोजन विभाग द्वारा किया जाएगा। पहले चरण में सेक्टर-71, 73, जनता फ्लैट श्रमिक कुंज सेक्टर-66 और 93, 93 ए और 122 का निरीक्षण किया जाएगा।
छत गिरने के बाद सोमवार को स्थानीय अधिकारियों ने जनता फ्लैट का निरीक्षण किया। उनकी रिपोर्ट में इसका उल्लेख है कि देखरेख की कमी और अवैध निर्माण के कारण इन फ्लैटों की स्थिति अत्यंत बुरी हो गई है।