पिछले सात महीनों से इको विलेज 1 सोसाइटी की कुव्यवस्था ने निवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करने पर मजबूर कर दिया है। बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की लगातार कमी के कारण यहां की लगभग 7000 परिवारों के बीच रोष बढ़ता जा रहा है।
सुपरटेक EV1 सोशल वेलफेयर एसोसिएशन का दावा है कि ग्रेविटी एजेंसी, जो सोसाइटी की रखरखाव की जिम्मेदारी संभाल रही है, ने पानी और बिजली का आभाव दूर करने में असमर्थता दिखाई है। सोसाइटी में आए दिन किसी न किसी टावर में पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है। हाल ही में रक्षा बंधन जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार पर, कई निवासियों को पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ा। ऐसे समय में जब ग्रेविटी एजेंसी की रखरखाव टीम समस्याओं का समाधान करने के बजाय सभी छुट्टी पर चली गई, निवासियों का आक्रोश और बढ़ गया।

इसके अलावा, चोरी और मारपीट की घटनाओं में वृद्धि के कारण निवासियों की सुरक्षा भी एक बड़ा सवाल बन गया है। बेसमेंट में फैला कूड़ा, मलवा और जलजमाव के कारण वहां दुर्गंध और मच्छरों का साम्राज्य बन गया है, जिससे जीवन जगत भी प्रभावित हो रहा है।
सुपरटेक EV1 सोशल वेलफेयर एसोसिएशन ने सभी संबंधित सरकारी विभागों को ईमेल और पत्र के माध्यम से सोसाइटी की समस्याओं के बारे में सूचित किया है। इसके अलावा, आरपी हितेश गोएल को समस्याओं के समाधान के लिए मीटिंग के माध्यम से भी अवगत कराया गया है। लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही प्राप्त हुआ है, कोई ठोस समाधान नहीं।
आरोप है कि आईआरपी (इंटीग्रेटेड रिस्क प्रबंधन) के अधिकारी हितेश गोएल को इन समस्याओं की जानकारी है, लेकिन उनके द्वारा अब तक कोई सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है। इस स्थिति ने निवासियों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।
निवासी अब सरकार और प्रशासन से हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन इनमें से कोई सफल प्रयास अभी तक नहीं हुआ है। लगातार समस्याओं से जूझ रहे लोग अब सड़कों पर उतरने को मजबूर हो रहे हैं ताकि उनकी शिकायते सुनें जाएं।
एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया है कि अगर जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे अधिकारों के लिए आईआरपी का घेराव करने का निर्णय लेंगे। निवासियों की मांग है कि सरकार और प्रशासन शीघ्र कार्यवाही करें ताकि समस्या का समाधान हो सके और उनके जीवनस्तर में सुधार हो सके।
ये समाचार सुपरटेक EV1 सोशल वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा भेजी गयी प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित है एनसीआर खबर की टीम ने इसमें इनपुट नहीं दिया है