ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित आम्रपाली गोल्फ होम्स और किंग्स वुड सोसाइटियों में कूड़ा निस्तारण की समस्या ने निवासियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वर्षों से चल रही इस समस्या ने अब एक गंभीर संकट का रूप ले लिया है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सोसाइटियों के प्रबंधन द्वारा कूड़ेदान और कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके कारण बिल्डर ने कूड़ा रात के समय सड़कों के किनारे फेंकना शुरू कर दिया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए एक क्विक रिस्पोंस टीम का गठन किया है। इस टीम ने हाल में कई सोसाइटियों के ठेकेदारों को कार्रवाई का सामना कराया है जो सड़कों पर कूड़ा फेंक रहे थे। हालांकि, इस समस्या का स्थायी समाधान अभी तक नहीं निकला है। हालिया घटनाक्रम में, आम्रपाली गोल्फ होम्स के बेसमेंट एरिया में बड़े पैमाने पर कूड़ा डंप किए जाने की जानकारी मिली है।

बेसमेंट में कूड़ा, संक्रमण का खतरा
बेसमेंट एरिया की हालत चिंताजनक है, जहां घरों से निकलने वाले कचरे का ढेर लगा हुआ है। निवासियों का कहना है कि यहां गंदगी से संक्रमित बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो गया है। अनगिनत शिकायतें एनबीसीसी और एओए को की गईं हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
सोशल मीडिया पर कई निवासियों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि बेसमेंट, जो कि पार्किंग के लिए होना चाहिए था, अब कूड़ाघर में तब्दील हो चुका है। वहां जमा कचरे से निकलने वाली दुर्गंध न केवल बेसमेंट में, बल्कि ऊपरी फ्लोर के फ्लैट्स तक भी पहुंच रही है। एक निवासी ने कहा, “कूड़े के ढेर से निकलने वाली बदबू से बालकनी में बैठना मुश्किल हो गया है।”

निवासियों ने यह भी बताया कि बेसमेंट में कूड़े के कारण पानी भर जाता है, जिसके चलते मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है, जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं।
आवश्यक कार्रवाई की मांग
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की क्विक रिस्पोंस टीम से निवासियों ने अनुरोध किया है कि वे केवल सड़कों पर नहीं, बल्कि सोसाइटियों के अंदर भी छापेमारी करें। स्थानीय निवासियों का मानना है कि केवल ठेकेदारों पर कार्रवाई करने से समस्या का समाधान नहीं होगा। इसके लिए एक ठोस और स्थायी व्यवस्था की आवश्यकता है, ताकि कूड़ा निस्तारण का कार्य प्रभावी ढंग से किया जा सके।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ऐसी समस्याएं केवल एक सोसाइटी तक सीमित नहीं हैं। अन्य सोसाइटियों में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि जल्द ही उचित कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति और भी अधिक भयावह हो सकती है। इसके लिए सभी हितधारकों को एक साथ मिलकर काम करना होगा ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके।


