प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारत के डेयरी किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। उन्होंने इस दौरान भारत के किसानों की भूमिका को मान्यता दी और कहा कि उनका योगदान पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने और समावेशी विकास में महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसी प्रमुख पहलों और सहकारी समितियों को बेहतर समर्थन देने को सरकार की प्राथमिकता बताया। उनके अनुसार, यह पहलें भारत के डेयरी इकोसिस्टम को आधुनिक और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अमूल कोऑपरेटिव सोसाइटी द्वारा किए गए एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, मोदी ने कहा, “हमारे अन्नदाताओं का योगदान भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और लाखों लोगों के लिए पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण रहा है। सरकार ने हमेशा से अपने डेयरी किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई है।”
प्रधानमंत्री ने आगे बताया कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत अनेक योजनाएँ लागू की जा रही हैं, जो न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगी, बल्कि डेयरी उत्पादन की गुणवत्ता में भी सुधार लाएंगी। उन्होंने सहकारी समितियों को बेहतर समर्थन देने के साथ ही निरंतर क्षेत्रीय सुधारों की प्रक्रिया पर भी जोर दिया, जिससे कि डेयरी क्षेत्र में संरचनात्मक बदलाव लाया जा सके।

#NextGenGST के अंतर्गत किए जा रहे सुधारों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, “यह सुधार लाखों डेयरी किसानों को सशक्त बनाने, मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देने और डेयरी उत्पादों को हर घर के लिए अधिक किफायती बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने यह भी कहा कि ये सुधार न केवल उत्पादन स्तर पर परिवर्तन लाएंगे, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी लाभदायक होंगे, जिससे उनके दरों में कमी आएगी।
आगामी योजनाओं के बारे में बात करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सरकार डेयरी क्षेत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकी का प्रयोग करने की दिशा में भी काम कर रही है। इसके अंतर्गत, खाद्य गुणवत्ता, पशुपालन और दूध उत्पादन की प्रक्रिया को बेहतर करने के लिए नए तकनीकी उपायों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
पारंपरिक डेयरी किसानों के लिए इस प्रकार के सुधारों को लेकर उत्साह व्याप्त है। किसान संगठनों ने इस पहल का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे उनके व्यवसाय और आय में बढ़ोतरी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश भारतीय कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के प्रति उनकी सरकार की सक्रियता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि “एक मजबूत डेयरी सेक्टर ही एक मजबूत ग्रामीण अर्थव्यवस्था की नींव रखता है”, इस दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है।



