आशु भटनागर । शनिवार को नोएडा पंजाबी समाज के होने वाले शपथ ग्रहण कार्यक्रम से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सात बार के NEA अध्यक्ष और नोएडा पंजाबी समाज के संरक्षक विपिन मल्हन ने नोएडा में पंजाबी समाज की हिस्सेदारी और भागीदारी के बहाने नोएडा विधान सभा के लिए अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने की बुनियाद रख दी ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विपिन मल्हन ने नोएडा में पंजाबी समाज के लंबे सफर के बारे में बताया और दावा किया कि नोएडा विधान सभा के 5.50 लाख वोटर में लगभग 35% वोटर पंजाबी है, साथ ही हर चौथी फैक्ट्री में भी पंजाबी समुदाय उद्योग चलाता मिल जाएगा उन्होंने दावा किया कि पंजाबी समाज सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है किंतु नोएडा के राजनीतिक परिदृश्य में किसी भी राजनीतिक दल ने पंजाबी समाज को समुचित सम्मान नहीं दिया इस क्षेत्र से पंजाबी समाज को कोई मंत्री या राजनीतिक पद नहीं दिया गया है। अगर इस क्षेत्र में पंजाबी समुदाय इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है लोगो को रोजगार दे रहा है तो क्यूँ नहीं उसके बीच से कोई व्यक्ति को राजनैतिक पद दिया जाए
अगर मैं गौतम बुद्ध नगर की बात करूँ तो यहाँ पर किसी भी पंजाबी व्यक्ति को कोई मंत्री पद, कोई लाल बत्ती, किसी इंस्टिट्यूट का चेयरमैननहीं बनाया गया है, कारण जो लोगो को लगता है कि जिसकी जितनी वोटिंग प्रतिशत उतनी भागिदारी I तो हमारा ये भी लक्ष्य है कि सरकारों को बताये कि यहाँ गौतम बुद्ध नगर में लाखो की संख्या में पंजाबी समाज रहता है अगर आप किसी भी आवासीय सेक्टर में जाओगे तो हर तीसरा या चौथा घर पंजाबी का है साथ ही नोएडा में हर तीसरी या चौथी फैक्ट्री पंजाबी की ही है
प्रेस कांफ्रेंस में विपिन मल्हन
जानकारों की माने तो पंजाबी समाज के शपथ ग्रहण समारोह बहाने विपिन मल्हन ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीतिक और राजनीतिक दावेदारी रख दी है मल्हन ने इशारों इशारों में राजनीतिक दलों को यह संदेश दिया है कि वह पंजाबी समाज में महत्वपूर्ण पोजीशन रखने वाले विपिन मल्हन को राजनीतिक जिम्मेदारी देने की ओर विचार करें खास तौर पर भाजपा जिसकी तरफ विपिन का झुकाव ज्यादा है और सांसद डॉक्टर महेश शर्मा जिनके सहयोग से विपिन मल्हन न सिर्फ सात बार NEA के अध्यक्ष बने हैं बल्कि 2019 में राष्ट्रीय संस्कृत निधि मंत्रालय के सदस्य भी बन चुके हैं।
ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि बीते दिनों वैश्य समुदाय की राजनैतिक भागीदारी की दावेदारी के लिए किए गए एक बड़े कार्यक्रम के दबाव के चलते क्या पंजाबी समाज शनिवार को अपनी ताकत दिखाने की तैयारी कर रहा है क्या पंजाबी समाज के बहाने विपिन मल्हन की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं पूरी होगी या फिर वैश्य समुदाय के कार्यक्रम की तरह यह कार्यक्रम भी महज एक शिगूफा बनकर रह जाएगा ये आने वाला समय बताएगा
कौन है विपिन मल्हन – नौकरी से व्यवसाय तक की यात्रा?
14 जून को जन्मे विपिन मल्हन, एक नाम जो आज नोएडा के सफल उद्यमियों में शुमार है, विपिन, दिल्ली विश्वविद्यालय से कॉमर्स में स्नातक हैं और पिछले 35 वर्षों में उन्होंने अपने व्यवसायिक जीवन में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर तय किए हैं। वह 7 बार नोएडा उद्यमी संघ (एनईए) का अध्यक्ष चुने गए है।
1989 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम (ऑनर्स) की डिग्री हासिल करने के बाद, विपिन ने एक टेलीविज़न कंपोनेंट निर्माता, हॉटलाइन प्राइवेट लिमिटेड में नौकरी शुरू की। मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में विपिन कहते हैं, “मैं हमेशा से कुछ अलग करना चाहता था,” और 1992 में उन्होंने भारतीय सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था का उदारीकरण होने पर अपने उद्यमिता का सफर शुरू किया। उन्होंने अपनी पहली कंपनी, AIWA इलेक्ट्रॉनिक्स की स्थापना की, जो टेलीविज़न कंपोनेंट का निर्माण करती थी।
विपिन ने अपने पहले व्यवसाय में 20 से 25 कर्मचारियों के साथ 2000 वर्ग फुट के औद्योगिक स्थान पर शुरुआत की, जिसमें ₹3 लाख की पूंजी लगाई गई। विशेष रूप से, पहले तीन वर्षों में उन्होंने अपने ऋण चुकाने और ब्रेक-ईवन तक पहुंचने का कार्य किया। AIWA इलेक्ट्रॉनिक्स ने तेजी से सर्वेक्षण और प्रौद्योगिकी में वृद्धि की, जिससे उन्हें ओनिडा, वीडियोकॉन, और सैंसुई जैसे प्रमुख ग्राहकों के साथ साझेदारी करने का अवसर मिला।
विपिन ने अपने व्यवसाय को कुछ वर्षों में विस्तार देते हुए धातु की चादरों और एल्यूमीनियम भागों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया। 2008 में, उन्होंने विद्या इलेक्ट्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड (VEPL) की स्थापना की, जिससे उनके व्यवसाय में एक नई दिशा मिली। उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में एक सफल कार्यकाल के बाद, उन्होंने जनवरी 2012 में नोएडा के सेक्टर 66 में एक तीन सितारा 50 कमरों वाले बजट होटल – ऑरेंज पाई – के साथ आतिथ्य क्षेत्र में भी कदम रखा। पेशेवर चुनौतियों के साथ-साथ, विपिन ने 1999 में नोएडा उद्यमी संघ के कार्यकारी सदस्य बनने के बाद लगातार 7 बार अध्यक्ष बन्ने का गौरव भी प्राप्त किया है और नोएडा में पंजाबी समाज के राजनीति उत्त्थान की राजनैतिक तयारी में लग गए हैं