उत्तर प्रदेश सरकार में कर्मठ अधिकारियों की कितनी कमी है इसका अंदाजा आप इस हिसाब से लगा सकते हैं कि यहां या तो पुराने अधिकारियों को रिटायरमेंट के साथ पुननियुक्ति यानी सेवा विस्तार दिया जा रहा है या फिर अगर अधिकारी रिटायर हो जा रहे हैं तो उनकी जगह भरने में लंबा समय लग रहा है।
ऐसा एक प्रकरण गौतम बुध नगर का है जहां 30 सितंबर को लम्बे समय से डीएफओ पद पर आसीन रहे पीके श्रीवास्तव के रिटायरमेंट के 12 दिन बीत जाने के बावजूद गौतम बुध नगर वन विभाग में किसी डीएफओ की नियुक्ति नहीं की गई है ।
एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार जहां एक और सरकार यहां के लिए सक्षम अधिकारी को खोज रही है वहां वहीं दूसरी ओर सूत्रों का यह भी दावा है कि तीन प्राधिकरणों से घिरे इस क्षेत्र के लिए जल्द ही कोई डीएफओ आने को तैयार नहीं है । हालात इतने विकट हैं कि जहां एक और गौतम बुध नगर के डीएफओ अपने कार्यकाल में गाजियाबाद और हापुड़ के अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे थे वहीं अब पास के जिलों के डीएफओ अधिकारियों ने गौतम बुध नगर का अतिरिक्त कार्यभार भी लेने से मना कर दिया है ।
ऐसे में गौतम बुध नगर वन विभाग फिलहाल बीते 12 दिनों से बिना डीएफओ के चल रहा है जिसके कारण प्रशासनिक निर्णय वाले कार्य फिलहाल स्थगित हैं । प्रकरण को वन मंत्री डा अरुण सक्सेना के संज्ञान में लाये जाने पर उन्होंने एनसीआर खबर को बताया कि इसी सप्ताह गौतम बुध नगर में डीएफओ की नियुक्ति कर दी जायेगी । वो स्वयं अगले सप्ताह गौतम बुध नगर आ भी सकते हैं ।