मंगलवार को बिलासपुर जिले के झंडूता विधानसभा क्षेत्र में एक भीषण बस हादसा हुआ, जब एक बस पर पहाड़ से मलबा गिर गया। यह हादसा भल्लू पुल के पास हुआ, जहां एक बस, जिसका नाम आयुष बताया गया है, मलबे के नीचे दब गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस दुखद घटना में 18 लोगों की जान चली गई है और कई अन्य की दशा गंभीर बनी हुई है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाओं ने राहत कार्य शुरू किया। अब तक 18 शवों को मलबे से निकाला गया है, जिन्हें बरठी हॉस्पिटल पहुंचा दिया गया है। जानकारी के अनुसार, बस में लगभग 25 से 30 लोग सवार थे, जिनमें से तीन लोगों का इलाज चल रहा है।
हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा, “हमें इस हादसे में 15 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने और इलाज के लिए भेजने की जानकारी मिली है।”
इस दर्दनाक घटना पर देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “बस दुर्घटना में लोगों की मौत का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।”
दूसरे ओर, पीएम मोदी ने इस हादसे में जान-माल की हानि पर अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस कठिन समय में प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। उन्होंने घोषणा की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों को 50 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।
हादसे पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
स्थानीय सांसदों और जनप्रतिनिधियों ने भी हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए प्रशासन से अपील की है कि राहत कार्यों में तेजी लाई जाए। क्षेत्र में अभी भी मलबा हटाने का कार्य जारी है और अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे आपातकालीन सेवाओं को सहयोग दें।