प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेताओं ने हाल ही में मेरठ में सड़क पर भाजपा नेता विकुल चपराणा द्वारा व्यापारी से नाक रगड़वाने की घटना को लेकर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य पीड़ित व्यापारी सत्यम रस्तोगी को न्याय दिलाने की मांग करना था।
इस मुलाकात का नेतृत्व बीजेपी नेता डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने किया, जिसमें कई प्रमुख नेता शामिल थे, जैसे सांसद अरुण गोविल, विधायक अमित अग्रवाल और MLC धर्मेन्द्र भारद्वाज। भाजपा के अन्य नेताओं ने भी पीड़ित व्यापारी का समर्थन किया और पुलिस से बिना किसी दबाव के निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पार्टी इस मामले को गंभीरता से ले रही है।

इस घटना में विकुल चपराणा को एक व्यापारी को सार्वजनिक रूप से नाक रगड़वाने के आरोप में खुद को विवाद के केंद्र में पाया गया। बताया जा रहा है कि इस मामले में पहले राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर ने चपराणा का समर्थन किया था, लेकिन अब कुछ विधायक और मंत्री भी इस मामले में खुद को अलग करते नजर आ रहे हैं। इसे लेकर भाजपा में गुटबाजी की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं।
कार्रवाई की मांग और निलंबन का निर्णय
इस विवाद में भाजपा ने विकुल चपराणा के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए पहले उन्हें किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष पद से हटाया और देर शाम पार्टी से निलंबित भी कर दिया। बीजेपी किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर ने एक पत्र जारी कर कहा कि विकुल चपराणा की मानसिकता और कृत्य पार्टी की विचारधारा के विरुद्ध हैं और उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई की अपील की।

वीरवर धन्वंतरि समारोह में उपस्थिति के दौरान, कृति शर्मा ने इस मामले को ‘सड़क पर तालिबान’ की संज्ञा दी, जिसने पार्टी को और भी असहज कर दिया। इस स्थिति ने भाजपा को दबाव में डाल दिया है और राज्य स्तर पर पार्टी के अंदरूनी संबंधों को प्रभावित किया है।

पार्टी के आंतरिक विभाजन
बीजेपी नेताओं की मुलाकात के बाद, यह स्पष्ट हुआ कि पार्टी दो धड़ों में बंटी हुई है। जहां एक ओर मंत्री सोमेंद्र तोमर के समर्थक चपराणा के साथ खड़े थे, वहीं दूसरी ओर अन्य वरिष्ठ नेता स्पष्ट कर रहे हैं कि पार्टी कानून के खिलाफ नहीं जा सकती और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि विकुल चपराणा को उसकी हरकतों का जवाब देना पड़े।
पुलिस की कार्रवाई
मेरठ पुलिस ने पहले ही इस मामले में कार्यवाही करते हुए विकुल चपराणा के अलावा तीन अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो मामले में शामिल थे। इन पर रास्ता रोकने, तोड़फोड़ करने और बलवा करने के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुख्य आरोपी विकुल चपराणा के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और उसकी गिरफ्तारी की संभावना बनी हुई है।


