नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर पर हवाई परिचालन की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। शुक्रवार को नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहली कैलिब्रेशन फ्लाइट ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की। यह ट्रायल नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की निगरानी में संपन्न हुआ।इस फ्लाइट ट्रायल के दौरान एयरपोर्ट के आईएलएस (इंटीग्रेटेड लैंडिंग सिस्टम), कम्युनिकेशन सिस्टम और नेविगेशन उपकरणों की बारीकी से जांच की गई। कैलिब्रेशन फ्लाइट टेस्ट के सफल होने बाद तकनीकी जांच पूरी होने के बाद डीजीसीए अपना प्रमाण पत्र देगा। आपको बता दें कि इससे पहले गुरुवार को कम रोशनी व खराब मौसम के कारण नोएडा एयरपोर्ट पर होने वाला कैलिब्रेशन फ्लाइट टेस्ट स्थगित हो गया था। आज मौसम ठीक रहा तो टेस्ट की प्रक्रिया पूरी की गई।
कैलिब्रेशन फ्लाइट एक अनिवार्य परीक्षण है जो हवाई अड्डों और विमानन उपकरणों की सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य एयर नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम्स जैसे इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) और रडार की जांच करना होता है। इसके लिए विशेष रूप से सुसज्जित विमान निर्धारित पैटर्न में उड़ान भरते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जमीनी नेविगेशन उपकरण अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप काम कर रहे हैं। किसी भी हवाई अड्डे को संचालन की अनुमति देने से पहले इन उड़ानों का पूरा होना बेहद आवश्यक होता है।

इस पूरी प्रक्रिया से एअरपोर्ट के उद्घाटन के लिए मार्ग प्रशस्त हो गया है I केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ने 30 अक्टूबर को एयरपोर्ट के उद्घाटन की घोषणा की थी, लेकिन काम पूरा न हो पाने के कारण इसे आगे के लिए टाल दिया गया है। 15 नवंबर तक काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं और माना जा रहा है कि नवम्बर के अंत या दिसम्बर के प्रारंभ में उद्घाटन किया जाएगा।



