आशु भटनागर । उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर का स्थलीय निरीक्षण किया। यह एयरपोर्ट राज्य के विकास का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बनने जा रहा है और उद्घाटन समारोह की तैयारियाँ अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी हैं।
निरीक्षण के दौरान, मुख्यमंत्री ने डोमेस्टिक टर्मिनल, एयरपोर्ट उद्घाटन समारोह स्थल, सुरक्षा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, और अन्य निर्माण कार्यों की प्रगति का गहनता से अवलोकन किया। इसके पश्चात, मुख्यमंत्री जी ने एयरपोर्ट के बोर्ड रूम में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने आज ही दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उद्घाटन के लिए समय लेने की भी योजना बनाई है, सम्भावना है कि नवम्बर के मध्य या आखरी दिनों में एअरपोर्ट का उद्घाटन हो सकता है।

इस दौरान जनपद के मा0 प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह, मा0 विधायक जेवर धीरेंद्र सिंह, मा0 विधायक दादरी तेजपाल नागर, मा0 एमएलसी श्रीचंद शर्मा, नरेंद्र भाटी, मा0 जिलाध्यक्ष भाजपा अभिषेक शर्मा अन्य जनप्रतिनिधियों सहित अपर प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश दीपक कुमार, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना विकास प्राधिकरण राकेश कुमार सिंह, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, लोकेश एम् सीईओ नॉएडा , जिलाधिकारी मेधा रूपम, ईशान प्रताप सिंह , निदेशक नागरिक उड्डयन , नोडल अफसर जेवर एयरपोर्ट शैलेन्द्र भाटिया ,अपर जिलाधिकारी भू0-अ0 बच्चू सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मंगलेश दुबे,उप जिलाधिकारी जेवर अभय सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट विवेक भदोरिया, इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन, प्रशांत गौरव गुप्ता चीफ़ कमर्शियल ऑफिसर, निकोल्स शलेन्क , चीफ डिवापलमेंट ऑफिसर एवं संबंधित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

एयरपोर्ट का निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता, समयबद्धता, और समन्वय के साथ हो
इससे पहले बैठक में एयरपोर्ट परियोजना की प्रगति, आगामी कार्ययोजना, और उद्घाटन समारोह की तैयारियों पर विस्तृत पावर प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों से कहा कि एयरपोर्ट का निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता, समयबद्धता, और समन्वय के साथ किया जाना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण किए जाएं और उद्घाटन समारोह में किसी भी प्रकार की शिथिलता न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा, “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रदेश के विकास का प्रतीक बनने जा रहा है। इसलिए, इसकी तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने एयरपोर्ट परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सौंदर्यकरण, स्वच्छता, और यात्री सुविधा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, यातायात एवं सुरक्षा प्रबंधन को लेकर ठोस और समन्वित कार्ययोजना तैयार करने का भी निर्देश दिया।
योगी सरकार के कार्यकाल में सिविल एविएशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। 2024-25 में लगभग 1.5 करोड़ लोगों ने हवाई यात्रा की, जिसमें 1.3 करोड़ घरेलू यात्री शामिल थे। पिछले कुछ वर्षों में यात्री संख्या में 10.1 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से वृद्धि देखी गई है। नोएडा एयरपोर्ट के उद्घाटन से लगभग 1 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है, जो राज्य के अर्थव्यवस्था में नई जान डालेगा।
इससे न केवल वायु यात्रा में बढ़ोतरी होगी, बल्कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन में भी अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है। विशेषकर धार्मिक स्थलों जैसे कि अयोध्या और वाराणसी में 30% की वृद्धि दर्ज की गई है। 2023 में राज्य में 50 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आना सुनिश्चित हुआ, जिसमें से 20% हवाई मार्ग से आए थे।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने भी बैठक में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय तथा अन्य सुरक्षा प्राधिकरणों से जुड़े कार्यों की अद्यतन स्थिति प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री ने सभी तकनीकी, सुरक्षा एवं प्रशासनिक पहलुओं की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट परिसर में दो नए पुलिस थाने स्थापित करने और उनमें पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने सड़क संपर्क, माल परिवहन, खाद्य सुरक्षा, और जल प्रबंधन की व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में नायल के सीईओ राकेश कुमार सिंह और नोडल अधिकारी शैलेन्द्र भाटिया ने प्रगति और कनेक्टिविटी के सम्बन्ध में भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने सभी आवश्यक तैयारियों को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का निर्देश देते हुए कहा, “यात्रियों को सुगम और सुरक्षित अनुभव प्रदान करने के लिए सभी कार्यों की नियमित समीक्षा की जाए और गुणवत्ता तथा समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए।”
उद्घाटन को लेकर जनसभा एवं रैली की तैयारियों की भी समीक्षा
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने आगामी जनसभा एवं रैली की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभा स्थल पर भूमि समतलीकरण, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पुलिस सुरक्षा, पेयजल, शौचालय, और अन्य सभी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जाए, ताकि आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, “जनसभा स्थल तक पहुँचने वाले सभी मार्गों पर यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था सुचारू रखी जाए, ताकि नागरिकों को कोई परेशानी न हो।”
एयरपोर्ट का विकास और विस्तार योजना
जेवर एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 3,300 एकड़ है, और इससे पहले से अधिग्रहित कुल 6,700 एकड़ भूमि में से शेष 5,100 एकड़ भूमि अगले तीन महीनों में ली जाएगी। एयरपोर्ट निर्माण पर लगभग ₹7,000 करोड़ की लागत आएगी, जबकि भूमि क्रय की लागत लगभग ₹5,000 करोड़ है। उद्घाटन के समय एयरपोर्ट सिर्फ एक रनवे के साथ क्रियाशील होगा, जिसकी वार्षिक यात्री क्षमता 1.2 करोड़ होगी। अधिकारियों के अनुसार, यहां औसतन प्रतिदिन 150 उड़ानें संचालित होंगी, और जब यात्रियों की संख्या 1 करोड़ से अधिक हो जाएगी, तब दूसरे रनवे का निर्माण शुरू किया जाएगा। भविष्य में, जेवर एयरपोर्ट में कुल 5 रनवे होंगे और यह 11,750 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा, जिससे यह प्रतिवर्ष 30 करोड़ यात्रियों को सेवा देने में सक्षम होगा।
उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट का विकास
उत्तर प्रदेश में कुल 24 एयरपोर्ट्स हैं, जिनमें से 16 पहले से ही संचालित हैं। नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद, यह राज्य 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। वर्तमान में, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, और अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट्स संचालित हैं, जबकि आगरा, त्रिशूल (बरेली) और गोरखपुर जैसे शहरों में घरेलू एयरपोर्ट्स कार्यरत हैं।
इसके साथ ही, राज्य में 7 नए एयरपोर्ट्स निर्माणाधीन हैं, जो आने वाले समय में वायु संपर्क को और मजबूत करेंगे। इस महत्वपूर्ण परियोजना से न केवल राज्य के वायु परिवहन में वृद्धि होगी, बल्कि इससे क्षेत्र में पर्यटन और औद्योगिक विकास में भी तेजी आएगी।


