भाईदूज का पर्व एक विशेष अवसर है, जब बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती हैं। इस पावन पर्व पर गौतमबुद्धनगर जिला कारागार में एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कैदियों की बहनों ने अपने भाइयों का टीका किया और उनके साथ यह विशेष दिन मनाने का प्रयास किया। इस आयोजन के पीछे माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं कारागार मंत्री के निर्देश थे, जिनका पालन करते हुए कारागार प्रशासन ने इसे सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की थीं।
सुबह 8 बजे से प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला मुलाकाती बहनें अपने भाइयों से मिलने के लिए जेल पहुंचीं। उन्होंने अपने भाइयों को तिलक करके उनकी भलाई की कामना की। कारागार प्रशासन ने इस अवसर पर मुलाकाती बहनों के लिए चाय, बिस्कुट, पुलाव, केला, सेब, फ्रूटी, शुद्ध मिनरल वाटर, और शीतल जल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराईं। इसके अलावा, विशेष व्यवस्था के तहत टेंट, दरी, कुर्सियों और सफाई की भी पूरी व्यवस्था की गई थी।

सहयोगी संस्थाओं का योगदान
इस आयोजन में कारागार परिवार के तथ्य के साथ-साथ अपराध निरोधक समिति, प्रोमेथियस स्कूल, कल्चर होटल्स और नजीर फूड्स जैसी कई सेवा संस्थाओं का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। इन संस्थाओं ने स्थानीय स्तर पर आवश्यक संसाधनों का प्रबंधन किया, जिससे कार्यक्रम की व्यवस्था सुनिश्चित हो सकी।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान रखा गया। पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर के निर्देशानुसार, लगभग 55 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहे। इसके अलावा, कारागार के अधीक्षक, बृजेश कुमार ने भी इस आयोजन की निगरानी की। अपनी टीम के साथ उन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा और सुविधा का ख्याल रखा।

महिलाओं की भागीदारी
इस मौके पर कुल 3074 महिला मुलाकातियों और उनके बच्चों ने लिप्सम के साथ अपने भाइयों का टीका किया। उनके चेहरे पर खुशी और उल्लास देखने लायक था। बहनों की भावनाओं और स्नेह ने इस कार्यक्रम को एक विशेष रूप दे दिया। बहनों ने अपने भाइयों के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की, जिसे सुनकर कई कैदियों की आँखे भी भर आईं।
अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे
कार्यक्रम में कारागार प्रशासन के अधिकारी, जैसे कारापाल संजय कुमार शाही, राजेश कुमार मौर्य, सुरजीत सिंह, शिशिरकांत, अनूप कुमार, अनुज कुमार, कमल चंद, और मनोज कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने अपने-अपने स्तर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।


