ग्रेटर नोएडा के बिसरख कोतवाली क्षेत्र स्थित आम्रपाली गोल्फ होम्स और किग्सवुड सोसाइटी में शुक्रवार रात रॉन्ग साइड से एंट्री को लेकर विवाद ने तूल पकड़ लिया। घटना की गंभीरता तब बढ़ गई जब सोसाइटी के सिक्योरिटी गार्डों और एक निवासी के बीच तीखी तकरार हुई, जो बाद में मारपीट में बदल गई। इस घटना में एक महिला निवासी के साथ भी बदसलूकी के आरोप लगे हैं, जब वह विवाद को सुलझाने के लिए आई थीं।
इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि सिक्योरिटी गार्ड और निवासी आपस में भिड़े हुए हैं। इस दौरान मौके पर उपस्थित पुलिसकर्मी स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं। यह वीडियो शहर के निवासियों के बीच में चर्चा का विषय बना हुआ है और स्थानीय पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है।
पुलिस सूत्रों ने की पुष्टि करते हुए बताया कि विवाद का मुख्य कारण रॉन्ग साइड से सोसाइटी में प्रवेश था। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो सिक्योरिटी गार्डों को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की गई है। “स्थिति अब नियंत्रण में है और सोसाइटी में शांति बहाल कर दी गई है। हम मामले की जांच कर रहे हैं और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी,”
हालांकि, स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब सोसाइटी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शिकायतें की गई हैं। कई निवासियों ने बताया कि ट्रैफिक अनुशासन और गार्डों के व्यवहार को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें की गई हैं, लेकिन ठोस समाधान नहीं निकल पाया। एक निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “यह समस्या लगातार बनी हुई है। हमें गार्डों के व्यवहार और ट्रैफिक नियंत्रण से संबंधित मुद्दों को लेकर चिंता है।”
सोसाइटी के अंदर अक्सर ट्रैफिक के नियमों का पालन नहीं किया जाता, जिससे न केवल निवासियों को परेशानी होती है, बल्कि सुरक्षा कर्मचारी भी बगैर सोचे-समझे काम करने को मजबूर होते हैं। ऐसा लगता है कि सोसाइटी में विकसित हुए तनाव को लेकर निवासियों की चिंताएं कहीं न कहीं सही भी हैं।
वर्तमान में, पुलिस स्थानीय निवासियों के साथ बैठक कर रही है, ताकि सुरक्षा प्रबंधों को और सशक्त किया जा सके। निवासियों ने कहा है कि वे इस विवाद के बाद और भी सजग हो गए हैं और उम्मीद करते हैं कि सोसाइटी में सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय निवासियों की माने तो यदि ऐसा नहीं किया गया, तो भविष्य में इस तरह के विवाद बढ़ सकते हैं। इसलिए, सभी पक्षों को मिलकर सहमति बनानी होगी ताकि सुरक्षा और शांति को सुनिश्चित किया जा सके।