उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर में स्थित जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) लगातार विवादों के केंद्र में रहा है। इसको लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जहां उन्होंने केंद्र को बेचने की कोशिशों के खिलाफ अपनी चिंता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी इसे बिकने नहीं देगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि JPNIC की स्थापना के समय समाजवादी नेताओं का अहम योगदान था, जिसमें वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव और अन्य प्रमुख सदस्यों की उपस्थिति थी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “जय प्रकाश नारायण का हमारे दिलों में विशेष स्थान है। यह केवल एक इमारत नहीं है, बल्कि समाजवाद की यात्रा का प्रतीक है।”
अधूरे निर्माण कार्य और विवाद
JPNIC का निर्माण काम समय पर पूरा नहीं हुआ, और इसको लेकर कई दफा विवाद उठ चुके हैं। अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में कहा, “यह स्थान न केवल शैक्षिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र होना चाहिए, बल्कि यह लोगों के संवाद और विचारों के आदान-प्रदान का स्थल भी होना चाहिए।” उनका यह भी कहना था कि मौजूदा सरकार ने JPNIC को बर्बाद करने का कार्य किया है और इसे जनहित में सही दिशा में ले जाने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, यादव ने यह आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार JPNIC की संपत्ति को निजी हाथों में डालने का प्रयास कर रही है। “हमें इस बात की पूरी जानकारी है कि सरकार इस स्थान को बेचने की योजना बना रही है। हम इसे किसी भी कीमत पर होने नहीं देंगे,” उन्होंने स्पष्ट किया।
सामुदायिक और राजनीतिक जुड़ाव
सपा मुखिया ने कहा कि JPNIC का विषय केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि यह लखनऊ और उसकी संस्कृति से गहरे जुड़ा हुआ है। उन्होंने समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं को भी इस मुद्दे पर जागरूक करने और सड़कों पर उतरने की अपील की। अखिलेश यादव ने कहा, “समाजवादी लोग इसे एक राजनीतिक आंदोलन के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं और हमें जनता को जागरूक करके इस सरकार को हटाने का कार्य करना चाहिए।”
जेपी जयंती पर विशेष कार्यक्रम
अखिलेश यादव ने 11 अक्टूबर को जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर सपा दफ्तर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर न केवल उन्होंने जेपी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया, बल्कि JPNIC में जाकर वहां की स्थिति का विरोध जताया। उनका कहना था कि अगर सरकार उन्हें JPNIC देखने नहीं देती, तो वह इसे अपनी पार्टी के माध्यम से लोगों के सामने लाएंगे। अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी JPNIC को खरीदने की इच्छा नहीं रखती, लेकिन वे इसे बिकने नहीं देंगे। “हम जब सत्ता में आएंगे, तो इसे और बेहतर बनाने का काम करेंगे,” उन्होंने कहा। उनका यह भी कहना था कि समाजवादी पार्टी का मकसद जनता की आवाज को उठाना और समाज में एक समानता लाना है।