उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में 2005 बैच के आईएएस अधिकारी सुरेंद्र सिंह को एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सचिव नियुक्त किया है। उनकी यह नियुक्ति नई दिल्ली से प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के बाद की गई है, जहां उन्होंने पिछले तीन वर्षों तक उपराज्यपाल के सचिव के रूप में कार्य किया। सुरेंद्र सिंह की वापसी से मुख्यमंत्री कार्यालय में एक अनुभवी और सक्षम अधिकारी की उपस्थिति सुनिश्चित हुई है।
इसके साथ ही अब मुख्यमंत्री सचिवालय में प्रमुख सचिव संजय प्रसाद के अलावा तीन सचिव हो गए हैं। इनमें आइएएस सूर्य पाल गंगवार के अलावा भारतीय रेल सेवा के अमित सिंह पहले से तैनात हैं। पांच विशेष सचिवों में विशाल भारद्वाज, बृजेश कुमार, ईशान प्रताप सिंह, विपिन कुमार जैन व नवनीत सिंह चहल शामिल हैं।
सुरेंद्र सिंह का जन्म 15 अगस्त 1978 को मथुरा जिले में हुआ था। उन्होंने भू-विज्ञान (Geology) विषय में बीएससी और एमएससी की डिग्री हासिल की है। अपनी प्रशासनिक करियर के दौरान, सुरेंद्र सिंह ने भदोही, बलरामपुर, फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर, प्रतापगढ़, उन्नाव, बरेली, कानपुर नगर और वाराणसी जैसे महत्वपूर्ण जिलों में जिलाधिकारी के रूप में कार्य किया है। उन्होंने प्रशासनिक सेवा में अपनी तेज-तर्रार, ईमानदार और परिणाम-उन्मुख कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं।
2022 में, सुरेंद्र सिंह को मेरठ मंडल के कमिश्नर पद से दिल्ली भेजा गया था। वहां उन्होंने उपराज्यपाल के सचिव के रूप में अपनी कार्य क्षमता को साबित किया, जिसके लिए उनकी प्रशंसा की गई। 6 अक्टूबर 2023 को यूपी में पुनः जॉइनिंग देने के बाद 7 अक्टूबर को उन्हें फिर से मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव के रूप में नियुक्त किया गया।
सुरेंद्र सिंह की नियुक्ति से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विश्वसनीय टीम को और मजबूती मिलेगी। वर्तमान में, मुख्यमंत्री कार्यालय में सुरेंद्र सिंह के साथ अमित सिंह और सूर्यपाल गंगवार भी सचिव के पद पर कार्यरत हैं। यह नियुक्ति उन सभी के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है, जो उत्तर प्रदेश के प्रशासन में प्रभावी बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं।