तेजगढ़ी चौराहे पर हुई एक विवादास्पद घटना में ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर हैंडलूम व्यापारी सत्यम रस्तोगी से नाक रगड़वाने वाले मुख्य आरोपी विकुल चपराना को पुलिस ने शुक्रवार रात को दोबारा गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले विकुल ने न्यायालय में आत्मसमर्पण करने की भी कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने में सफलता पा ली।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी विकुल की लोकेशन फरीदाबाद और दिल्ली में मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए दिल्ली में डेरा डाला था। विकुल को बिजली बंबा बाईपास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ कई धाराएं बढ़ाई हैं, जिसमें शीशा तोड़ना, रास्ता अवरुद्ध करना, बलवा और जबरन वसूली की धाराएं शामिल हैं।
घटना का क्रम
यह घटना पहले उस समय हुई थी जब विकुल चपराना और उसके साथियों ने तेजगढ़ी चौराहे पर हैंडलूम व्यापारी सत्यम रस्तोगी के साथ न केवल दुर्व्यवहार किया, बल्कि उसे डॉ. सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर बेइज्जत भी किया। इसके चलते रस्तोगी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसने पुलिस के अधिकारियों के लिए इसे गंभीरता से लेने का कारण बना।

जांच के दौरान, विकुल के अलावा तीन अन्य आरोपियों—काजीपुर निवासी हैप्पी भड़ाना, सेक्टर तीन शास्त्रीनगर निवासी आयुष शर्मा और सुबोध यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन सभी पर आरोप सिद्ध होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था।
न्यायालय में उत्पीड़न की कोशिश
गिरफ्तारी के एक दिन पहले ही विकुल ने अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी। इस विवाद को लेकर मीडिया में खासी चर्चा होने से पुलिस पर विकुल को दोबारा गिरफ्तार करने का दबाव भी बना हुआ था। पिछले कई दिनों से विकुल जमानत पर रिहा होने के बाद से कानून प्रवर्तन एजेंसियों की नजरों में था।
इस घटना से जुड़े सूत्रों के अनुसार, विकुल अपनी गिरफ्तारी को टालने के लिए बार-बार स्थान बदल रहा था, लेकिन पुलिस ने सक्रिय रूप से उसकी लोकेशन ट्रेस की और किसी भी स्थिति में उसे पकड़ने के लिए तत्पर रही।



