भारतीय सिनेमा के सबसे चहेते और सदाबहार सुपरस्टार्स में से एक, धर्मेंद्र, ने अपनी अदाकारी और करिश्मा से छह दशकों से भी अधिक समय तक दर्शकों के दिलों पर राज किया है। 300 से ज्यादा फिल्मों का उनका शानदार करियर अभी जारी है, दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। जहां एक तरफ तमाम न्यूज चैनल्स ने उनके निधन की खबर चला दी जिस पर बेटी एशा देओल ने पोस्ट करके बताया कि धर्मेंद्र की हालत अभी स्थिर है वहीं पत्नी हेमा मालिनी ने भी गलत खबरें फैलाने वालों को फटकार लगाई है। धर्मेंद्र भारतीय सिनेमा के सबसे चहेते सुपरस्टार्स में से एक थे, उन्होंने इस इंडस्ट्री को 300 से ज्यादा फिल्में दी हैं और उम्र के इस पड़ाव तक धर्मेंद्र एक्टिंग में सक्रिय हैं।
6 दशकों से अधिक समय तक इंडस्ट्री पर राज धर्मेंद्र का फ़िल्मी सफर 1960 में शुरू हुआ था, जब उनकी पहली फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ रिलीज़ हुई थी। शुरुआती दिनों में ही उन्होंने ‘आई मिलन की बेला’ जैसी फिल्मों से अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी थी। हालांकि, 1966 में आई फिल्म ‘फूल और पत्थर’ ने उन्हें रातों-रात सुपरस्टार बना दिया। इस फिल्म की सफलता ने उन्हें ‘ही-मैन’ की उपाधि दिलाई और उनके करियर को एक नई दिशा दी।

यादगार फिल्मों का बेजोड़ सिलसिला 1960 से 1980 के दशक के बीच धर्मेंद्र ने भारतीय सिनेमा को कई यादगार और ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं। उनकी बहुमुखी प्रतिभा ‘आंखें’, ‘शिखर’, ‘आया सावन झूम के’, ‘जीवन मृत्यु’, ‘सीता और गीता’, ‘यादों की बारात’ जैसी फिल्मों में साफ दिखाई देती थी। विशेष रूप से 1975 की ‘शोले’ में वीरू का उनका किरदार आज भी भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित किरदारों में से एक माना जाता है।
इसके अलावा, ‘दोस्त’, ‘धरम वीर’, ‘गुलामी’, ‘हुकूमत’, ‘चरस’ और ‘एलान-ए-जंग’ जैसी फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई और उन्हें एक्शन, रोमांस और कॉमेडी शैलियों का महारथी साबित किया। उनकी फिल्मों में दमदार एक्शन और सहज अभिनय का एक अनूठा संगम देखने को मिलता था, जिसने उन्हें हर वर्ग के दर्शकों का पसंदीदा बना दिया।



