मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण (Special Summary Revision – SIR) कार्य में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में गौतम बुद्ध नगर की जिलाधिकारी (DM) और जिला निर्वाचन अधिकारी, मेधा रूपम ने शनिवार को अभूतपूर्व कार्रवाई की है। कड़ा रुख अपनाते हुए डीएम ने जिले भर के 60 बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) और 7 सुपरवाइजरों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
यह कार्रवाई लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत की गई है, जो चुनाव संबंधी ड्यूटी में लापरवाही या जानबूझकर चूक करने पर दंड का प्रावधान रखती है। जिला प्रशासन की इस सख्ती से चुनावी प्रक्रिया में लगे अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।

विधानसभावार दर्ज की गईं FIRs
डीएम मेधा रूपम ने स्पष्ट किया कि SIR प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि मतदाता सूची का सही और त्रुटिरहित होना लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पहली शर्त है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ विधानसभावार एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसका विवरण निम्नलिखित है:
- दादरी विधानसभा क्षेत्र: यहां सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है, जहां 32 बीएलओ (BLO) और 1 सुपरवाइजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
- नोएडा विधानसभा क्षेत्र: इस क्षेत्र में 11 बीएलओ और 6 सुपरवाइजरों पर कानूनी कार्रवाई की गई है।
- जेवर विधानसभा क्षेत्र: जेवर में भी प्रशासन ने सख्ती दिखाई और 17 बीएलओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
इस तरह, पूरे जिले में कुल 60 बीएलओ और 7 सुपरवाइजरों (कुल 67 अधिकारियों) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।


