गाजियाबाद में जीडीए के अधिकारियों के खिलाफ किसानों ने पंचायत की और हरनंदीपुरम योजना का विरोध किया। किसानों ने जीडीए के अधिकारियों के प्रति रोष जाहिर किया और उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
इस पंचायत में पांच गांवों के किसान शामिल थे और उन्होंने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि वे अपनी बेशकीमती जमीन को किसी भी कीमत पर नहीं देंगे। किसानों ने जीडीए अधिकारियों द्वारा दबाव बनाने के प्रयासों का विरोध किया और कहा कि वे इसका डटकर विरोध करेंगे।
किसान नेता और समाज सेवी दक्ष नागर ने कहा कि जीडीए अधिकारियों की बदतमीजी के लिए किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही जिलाधिकारी गाजियाबाद और पुलिस कमिश्नर गाजियाबाद से मिलकर शिकायत करेगा। उन्होंने कहा कि ओ एस डी और तहसीलदार को बर्खास्त नहीं किए जाने तक किसी भी जीडीए अधिकारी को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा।
पंचायत की अध्यक्षता भल्ला चौधरी ने की और संचालन मनंतराम नागर ने किया। इस मौके पर अजय चौधरी, कृष्ण पाल चौधरी, पप्पू प्रधान, इंद्रपाल चौधरी, एड इंदरपाल, एड विजय, के के त्यागी, मनोज पाल, राजू चौधरी आदि ने अपने विचार रखे। सैकड़ों की संख्या में किसान और युवा मौजूद रहे।

किसानों ने कहा कि वे अपनी जमीन को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और जीडीए अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही मंडलायुक्त मेरठ मंडल से मिलकर पूरी योजना की जानकारी देंगे और अपनी मांगों को रखेंगे।
इस पंचायत से यह स्पष्ट हुआ कि किसान अपनी जमीन को बचाने के लिए एकजुट हैं और वे जीडीए अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है और किसानों की मांगों को कैसे पूरा किया जाता है।



