नोएडा। आगामी विधानसभा निर्वाचन नामावलियों के विशेष पुनरीक्षण कार्य में घोर लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने के आरोप में नोएडा प्राधिकरण ने कड़ा रुख अपनाते हुए अपने दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबित होने वाले कर्मचारियों में श्री विश्राम सिंह, सहायक मैकेनिक कम ऑपरेटर, तथा श्रीमती नीरज देवी, कनिष्ठ सहायक शामिल हैं।

यह कार्रवाई मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश द्वारा अर्हता तिथि 01.01.2026 के आधार पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के दौरान की गई है। इस महत्वपूर्ण कार्य के अंतर्गत 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक गणना प्रपत्रों का वितरण और संग्रह किया जाना था।
तहसीलदार दादरी एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (61-नोएडा विधानसभा) की रिपोर्ट के अनुसार, श्री विश्राम सिंह को इस अभियान के लिए पर्यवेक्षक (Supervisor) तथा श्रीमती नीरज देवी को बी०एल०ओ (बूथ लेवल अधिकारी) के रूप में नियुक्त किया गया था। रिपोर्ट में यह सामने आया कि दिनांक 26.11.2025 तक उनके द्वारा सौंपे गए फार्म डिजिटलाइजेशन और पुनरीक्षण कार्य की प्रगति अत्यंत असंतोषजनक थी।

प्राधिकरण ने इसे शासकीय कार्य में बाधा और निर्वाचन आयोग के निर्देशों की सीधी अवहेलना माना है। उनकी इस निष्क्रियता और लापरवाही ने चुनावी प्रक्रिया की शुचिता और समयबद्धता पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाए।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नोएडा ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1950, उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली-1956 तथा नोएडा सेवा नियमावली-1981 के प्रावधानों के उल्लंघन के चलते श्री विश्राम सिंह और श्रीमती नीरज देवी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया है।
नोएडा प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण शासकीय कार्यों में किसी भी प्रकार की शिथिलता या अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कार्रवाई को कर्मचारियों के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है कि चुनावी दायित्वों में लापरवाही के गंभीर परिणाम होंगे।



