उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ भले ही ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लोगों को सुविधाएं देने के लिए दृढ़ संकल्प दिखाई देते हो किंतु अधिकारियों की कमी और मौजूद अधिकारियों की काम ना करने की शैली ने शहर के विकास को ठेंगा दिखाया हुआ है । जानकारों की माने तो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में वर्तमान में द्वितीय और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों की बेहद कमी है। हालात इस कदर खराब है कि तीन-तीन वर्क सर्कल में एक असिस्टेंट मैनेजर से काम चलाया जा रहा है प्राधिकरण के सूत्रों की माने तो जिन लोगों की शिकायत आती हैं उनको हटाने पर प्राधिकरण के पास काम करने के लिए कर्मचारी नहीं है ऐसे में मौजूद अधिकारी और कर्मचारी सीईओ द्वारा जनहित में लिए गए फैसलों को डिले करने और ठेकेदारों से मिलकर मलाई काटने में लगे रहते हैं ।

साल होने को आया, नहीं पूरे हुए 11 फुट ओवर ब्रिज
आदेश के बाबजूद काम पूरा ना होने का ऐसा ही एक मामला 1 साल पहले क्षेत्र में 130 मीटर, 60 मीटर सड़क पर बनाए जाने वाले 11 फुटओवरब्रिज का है । 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चेरी काउंटी से एक फुटओवरब्रिज के उद्घाटन को करके चुनावी वैतरणी पर करने वाले स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा, स्थानीय विधायक तेजपाल नागर और कुछ स्थानीय समाजसेवियों ने बाकी 10 पर संज्ञान लेना तक छोड़ दिया है। वहीं उसके बाद इन फुटओवरब्रिज का निर्माण साल पूरा होने को के करीब होने के बावजूद अभी तक अधूरा है । जानकारी के अनुसार इन फुटओवरब्रिज में तीन फोटो पर ब्रिज ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनने थे जबकि आठ फुटओवरब्रिज ग्रेटर नोएडा में बनने थे ।
एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार अब तक ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ही दो फुटओवरब्रिज बनाए जा सके हैं जबकि तीसरे पर काम जारी है और जल्द ही लोगों के लिए आरम्भ होने वाला है । वहीं ग्रेटर नोएडा में बनने वाले आठ फोटो पर ब्रिज में अभी तक सिर्फ दो का काम आरंभ हुआ है। जबकि डीएम कार्यालय के आगे जिस फुटओवरब्रिज की डिमांड सबसे ज्यादा रही वहां पर अभी तक कोई कार्य आरंभ नहीं हुआ है । इसके लिए यहां आने वाले जज, अधिवक्ताओं के साथ यहां आने वाले लाखों फरियादियों के द्वारा लगातार मांग की जाती रही है
जानकारी के अनुसार लॉयन इंडिया (Lion India) को मार्च 2015 में इस फुटओवरब्रिज का टेंडर दिया गया था, इतने माह बाद भी काम शुरू ना होने से लगता है वह इसको लेकर अभी तक गंभीर नहीं है । प्राधिकरण के सूत्रों की माने तो नवंबर के महीने में लायन इंडिया को इसके लिए नोटिस दिया गया किंतु नोटिस पर ना तो लायन इंडिया ने कोई काम शुरू कर है ना ही प्राधिकरण को इस मामले में कोई जवाब दिया है ।
ऐसे में लगभग डीएम कार्यालय आने वाले लोगों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि एन जी के आदेश के बावजूद इस फुटओवरब्रिज पर ठेकेदार द्वारा काम ना शुरू करे जाने और वरिष्ठ प्रबंधक द्वारा उसको ना कराए जाने की दशा में दोनों को अक्षम पाते हुए सख्त कार्यवाही की आवश्यकता है । इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार में मौजूद शासन अधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए कर्मचारियों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया जाना चाहिए ताकि काम न करने वाले अधिकारियों पर को सख्त कार्यवाही करने की दशा में नए अधिकारियों से काम भी करवा सके ।