देशभर में उच्च शिक्षा का हब बन गए ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शिक्षण संस्थानों में हड़कंप मच गया है दरअसल राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद -एनएएसी (NAAK) की रेटिंग के आधार पर बच्चों को आकर्षित करने के लिए इन दिनों सभी शिक्षण संस्थान लगे हुए हैं ।इसी में ग्रेटर नोएडा के जीएल बजाज कॉलेज (GL Bajaj Institute of Technology & Management) के डायरेक्टर मानस कुमार मिश्रा को नेक की रेटिंग के लिए पैसों के खेल में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया । उनके साथ जेएनयू के एक प्रोफेसर और एनएएसी से जुड़े 6 सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया । आपको बता दें कि मानस कुमार मिश्रा एनएएसी निरीक्षण समिति के सदस्य भी है ।
सीबीआई के प्रवक्ता के अनुसार अच्छी रेटिंग लेने के लिए पैसों का खेल चल रहा था। आंध्र प्रदेश में गुन्टूर के कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन के पदाधिकारियों व एनएमसी टीम के सदस्यों सहित 10 को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई के अनुसार यह शिक्षण संस्थान रिश्वत देकर ए प्लस प्लस रेटिंग हासिल करने की कोशिश कर रहा था। गिरफ्तार आरोपितों में कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन के कुलपति जीपी सारधी, उपाध्यक्ष कोनेरू राजा हसीन, केएल यूनिवर्सिटी हैदराबाद के ए राम कृष्ट, एनएमसी टीम के अध्यक्ष समरेंद्र नाथ साहा, जेएनयू दिल्ली के प्रोफेसर व एनएमसी के समन्वयक राजीव सिजारिया, जीएल बजाज कॉलेज ग्रेटर नोएडा के डायरेक्टर मानस कुमार मिश्रा, दावणगेरे यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर गायत्री देवराजा सहित अन्य लोग शामिल हैं।
सीबीआई ने कहा है कि जांच अभी भी जारी है और निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा सकती है। इस मामले ने एनएएसी मान्यता प्रक्रिया की विश्वसनीयता और शैक्षणिक संस्थानों और उनके मूल्यांकन निकायों की अखंडता के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी है।