ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र ग्राम आमका में शनिवार को अवैध निर्माण को हटाने गई प्राधिकरण की टीम के साथ हुई अभद्रता की घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। प्राधिकरण का दावा है कि कुछ असामाजिक तत्वों और भू-माफियाओं ने प्राधिकरण की टीम के कार्य में बाधा डालने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप प्राधिकरण ने दादरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं इस पुरे प्रकरण पर भारतीय किसान यूनियन (बलराज) ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर ही गंभीर आरोप लगा दिए है, किसान नेताओ ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन (बलराज) के युवा प्रदेश अध्यक्ष विपिन तिलपता, और जिलाध्यक्ष योगेश वैष्णव अपने कार्यकर्ताओ के साथ पहुँचे और प्राधिकरण के दस्ते का विरोध किया तो प्राधिकरण के एस एम सन्नी यादव और अन्य टीम भाग खड़ी हुई ।
आमका ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का अधिसूचित क्षेत्र, यहाँ कालोनी काटना अवैध
प्राधिकरण के मीडिया सेल के अनुसार, दादरी क्षेत्र का गांव आमका ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में आता है। कॉलोनाइजर अनुमति और नक्शा पास कराए बिना ही खसरा नंबर 204, 205 और 206 आदि की जमीन पर अवैध निर्माण कर कॉलोनी बसाने की कोशिश कर रहे थे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से इन कॉलोनाइजरों को नोटिस दी गई। अवैध निर्माण को रुकवाया गया, लेकिन कॉलोनाइजर देर-सबेर अवैध निर्माण करने की कोशिश करते रहे। । इस संबंध में प्राधिकरण की टीम, जिसमें ओएसडी रामनयन सिंह और परियोजना अभियंता सन्नी यादव शामिल थे, स्थानीय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची।
“हम अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। यह घटना दर्शाती है कि कुछ लोग अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। हम जनमानस से अपील करते हैं कि कॉलोनाइजरों के झांसे में न आएं।”
प्रेरणा सिंह – एसीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
प्राधिकरण के अनुसार जैसे ही टीम ने जेसीबी के माध्यम से अतिक्रमण पर कार्रवाई शुरू की, वहां तिलपता करनवास निवासी विपिन खारी, डेरीमच्छा निवासी कपिल नागर और बलराम भाटी सहित लगभग 100 से 150 अज्ञात लोग एकत्र हो गए। ये लोग न केवल प्राधिकरण की टीम का विरोध करने लगे, बल्कि उन्होंने अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार और हाथापाई भी की। इस दौरान, प्राधिकरण के अधिकारियों को बंधक बनाने की कोशिश की गई और गाड़ी संख्या यूपी-16 ईएन 8484 को टक्कर मारने की भी कोशिश की गई।
कानूनी कार्यवाही के अंतर्गत प्राधिकरण ने तिलपता करनवास निवासी विपिन खारी, डेरीमच्छा निवासी कपिल नागर और बलराम भाटी सहित अन्य के खिलाफ दादरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कार्यवाही के विरोध में भारतीय किसान यूनियन बलराज ने बुलाई 29 जून रविवार को आपातकालीन बैठक
वहीं प्राधिकरण के अधिकारियो के साथ हाथापाई के बाद एफआईआर दर्ज होने के बाद भारतीय किसान यूनियन बलराज ने दावा किया है कि उन्होंने शासन प्रशासन से बहुत तीखी नोक झोक के बाद प्राधिकरण को वहां से वापस लौटाया और एसडीएम् से निवेदन किया कि पहले, किसानों के लंबित मामलों का निपटारा किया जाए सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाए । राष्ट्रीय अध्यक्ष बलराज भाटी ने 29 जून रविवार को आपातकालीन बैठक कैंप कार्यालय पर बुलायी है बैठक मै ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के तानाशाह रवैए के विरोध मै बडा निर्णय लिया जायेगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में पूर्व में घोटाला करके जेल गए घोटाले बाज़ पदाधिकारी सन्नी यादव को तत्काल सस्पेंड कर इसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए । सोमवार 30 जून को भारतीय किसान यूनियन बलराज के नेतृत्व में किसानों की लंबित चली आ रही मांगों को लेकर एवं सन्नी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारी को सस्पेंड कराने के लिए मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन दिया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन बलराज
पुरे प्रकरण पर एनसीआर खबर की पड़ताल में किसान संगठन की अपेक्षा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का पक्ष मजबूत
एनसीआर खबर ने पुरे प्रकरण को लेकर दोनों पक्षों के सभी तथ्यों की जांच की । प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह साफ है कि लंबे समय से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र चल रहे अवैध कालोनियां और फ्लैट बनाकर बेचे जा रहे है I इन भुमाफियायो के पीछे कुछ राजनेताओ के भी वरदहस्त होने की चर्चाये है I कई किसान संगठनो की भूमिका भी सन्देह के दायरे में दिखाई दे रही है, दावा किया गया कि किसान संगठन अवैध कब्जो को बचाने के लिए सौदेबाजी कर रहे है और उसके लिए आन्दोलन तक कर देते है I
ऐसे में प्राधिकरण नोएडा पुलिस कमिश्नरेट के साथ मिलकर इन पर लगातार कार्यवाही कर रहा है I वहीं इन भूमाफियाओ में कुछ ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कुछ वरिष्ठ प्रबंधको पर कालोनी तोड़ने से बचाने के लिए मासिक वसूली के आरोप भी लगाये है I ऐसे में चर्चा है कि पैसे देने के बाबजूद कालोनी तोड़े जाने पर ऐसे विरोध सामने आ रहे है I
विशेषज्ञों का मानना है कि अतिक्रमण के खिलाफ भूमाफियाओ के साथ साथ ऐसे भ्रष्ट अधिकारियो पर भी सख्त कार्रवाई जरूरी है। समाजसेवी जोगिन्दर सिंह ने कहा, “यह अवैध कालोनियां तोड़ने पर प्राधिकरण के अधिकारियो पर हमला होने की घटना हमारे समाज में एक गंभीर समस्या की ओर इशारा करती है। अगर हम सभी मिलकर ऐसी कार्रवाइयों का विरोध नहीं करेंगे, तो इसका दुष्परिणाम हमें ही भुगतना पड़ेगा।”
इस प्रकार, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि वह अवैध कॉलोनाइजरों और भू-माफियाओं के खिलाफ अपने कदम उठाते रहेगा और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का यह निर्णय न केवल अतिक्रमण के खिलाफ है, बल्कि यह स्थानीय निवासियों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। प्राधिकरण ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे जमीन खरीदने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।