उत्तर प्रदेश शासन के वन एवं पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के अनुरूप आज ओखला पक्षी विहार, नोएडा में भव्य वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्देश्य नागरिकों के बीच पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समूचे क्षेत्र में हरित आवरण का विस्तार करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय राज्य मंत्री केपी मलिक उपस्थित थे, जिनके साथ मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी जोन मेरठ एन के जानू, वन संरक्षक मेरठ वृत्त आदर्श कुमार, जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा, और जिलाध्यक्ष अमित चौधरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
वन महोत्सव का शुभारंभ पौधारोपण से
कार्यक्रम की शुरुआत माननीय राज्य मंत्री केपी मलिक द्वारा रुद्राक्ष के पौधे का रोपण कर की गई, इसके उपरांत मुख्य वन संरक्षक ने चंदन, वन संरक्षक ने मौलश्री तथा जिलाधिकारी ने पुनः रुद्राक्ष के पौधे रोपा। इन पौधारोपणों के माध्यम से वन महोत्सव कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के दौरान प्रभागीय वन अधिकारी प्रमोद कुमार ने मुख्य अतिथि एवं अन्य उपस्थित अतिथियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक के रूप में सिंदूर के पौधे और पक्षियों के फोटो स्मृति चिन्ह प्रदान किए।
प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया
वृक्षारोपण के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्य मंत्री केपी मलिक ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन शहर में घूम-घूमकर वृक्षारोपण के महत्व और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को आम लोगों तक पहुंचाएगा। इस पहल का मकसद प्रदेशवासियों को वृक्षारोपण की दिशा में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना था।
राज्य मंत्री केपी मलिक का पर्यावरण संरक्षण पर जोर
मुख्य अतिथि राज्य मंत्री केपी मलिक ने समारोह को संबोधित करते हुए पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति अपने संदेश में कहा, “पर्यावरण संरक्षण हमारे समय की एक अनिवार्य आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और प्राकृतिक संसाधनों के क्षरण को रोकने के लिए वृक्षारोपण एक महत्वपूर्ण उपाय है। हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनकी देखभाल करने की दिशा में जुटना होगा, तभी हम समृद्ध और स्वच्छ पर्यावरण सुनिश्चित कर पाएंगे।” उन्होंने जनता से अपील की कि हर व्यक्ति अपने घर, मोहल्ला और आस-पड़ोस में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए।
जिलाधिकारी का महाअभियान 2025 के तहत वृक्षारोपण अभियान
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा, “इस वर्ष का वृक्षारोपण अभियान ‘महाअभियान-2025’ के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें जनसामान्य की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमें अपने सामाजिक एवं नैतिक दायित्व के तहत वृक्ष लगाना और उनकी रक्षा करना है। मैं आम जनता से विशेष अनुरोध करता हूं कि वे अपनी माताओं के नाम एक पौधा लगाएं, जिससे न केवल पर्यावरण बल्कि मातृत्व की भी उपासना हो।”
जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण को सिर्फ एक सरकारी कार्य नहीं बल्कि हर नागरिक का व्यक्तिगत दायित्व बताया और कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने स्कूल, कॉलेज, स्थानीय संस्थान समेत सभी सामाजिक समूहों से भी इस महाअभियान में सहभागिता की अपील की।
वक्ताओं ने बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताई
समारोह में उपस्थित अन्य वक्ताओं ने भी पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में बढ़ती औद्योगिकीकरण, वाहन प्रदूषण, वनों की कटाई तथा ग्लोबल वार्मिंग जैसे पर्यावरणीय संकट मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर रहे हैं। एक स्वस्थ और सुरक्षित जीवन के लिए स्वच्छ पर्यावरण अनिवार्य है, जो हमारे द्वारा लगाए गए पेड़ों पर निर्भर करता है।
प्रभागीय निदेशक गाजियाबाद ईशा तिवारी और प्रभागीय वन अधिकारी हापुड़ अर्शी मलिक ने भी वृक्षारोपण के सामाजिक और प्राकृतिक महत्व को रेखांकित किया तथा स्थानीय नागरिकों से अधिकाधिक पौधे लगाने की जरूरत पर जोर दिया।
वन विभाग और स्वयंसेवी संस्थाओं ने निभाई अहम भूमिका
इस वन महोत्सव कार्यक्रम में विभिन्न वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं जैसे सी विंग के पदाधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई। उनके समर्पित प्रयासों से आयोजन को व्यवस्थित और प्रभावशाली बनाया गया। उन्होंने लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न गतिविधियां संचालित कीं।