बिहार में वोट धोखाधड़ी के विरोध में कांग्रेस सांसदों ने सोमवार को संसद से लेकर चुनाव आयोग के दफ्तर तक पैदल मार्च निकालने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें बीच में ही रोक दिया। इस प्रदर्शन में सैकड़ों सांसद शामिल थे, जिन्होंने मतदाता चोरी के खिलाफ अपनी आवाज उठाने का निर्णय लिया था।
प्रदर्शन के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने बैरिकेड्स को पार करते हुए ध्यान आकर्षित किया। एक सुरक्षा कर्मी से बातचीत के बाद, उन्होंने बैरिकेड्स पर चढ़कर दूसरी तरफ छलांग लगा दी। उनका यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा, “वे हमें रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं।”
कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने प्रदर्शन के दौरान कहा, “पुलिस निर्वाचन सदन स्थित चुनाव आयोग कार्यालय की ओर मार्च कर रहे सांसदों को गिरफ्तार कर रही है। हमें चुनाव आयोग से मिलने नहीं दिया जा रहा है। लोकसभा और राज्यसभा के 300 से ज़्यादा सांसद यहां मार्च कर रहे हैं। पुलिस सांसदों को गिरफ्तार कर रही है और हमें चुनाव आयोग से मिलने नहीं दे रही है।”
इस प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। सांसदों का मार्च संसद भवन के मकर द्वार से शुरू हुआ, जहां राहुल गांधी के नेतृत्व में सभी ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए नारे लगाए। “हम चाहते हैं कि चुनाव आयोग हमारी चिंताओं सुनें और मतदाता चोरी के इस गंभीर मामले पर ध्यान दें,” एक सांसद ने कहा।
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने भी इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा, “हमारे लोकतंत्र पर सवाल उठ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, जहां न सिर्फ वोट चोरी हुई, बल्कि बूथ कैप्चरिंग भी हुई। चुनाव आयोग ने राज्य सरकार के आदेश पर काम कर रहे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?”
इस प्रदर्शन में शामिल अन्य सांसदों ने भी एक स्वर में चुनाव आयोग से मांग की कि वह मतदाता धोखाधड़ी के मामलों की जांच करे और कार्रवाई करे। सांसदों ने अपना मार्च जारी रखते हुए नारेबाजी की, जिसमें “हमारा वोट, हमारा हक” जैसे नारों का समावेश था।
खबरों के अनुसार, इस प्रदर्शन से पहले कांग्रेस के सांसदों ने एक बैठक की थी, जिसमें वोटिंग प्रक्रिया में खामियों पर चर्चा की गई थी। इस चर्चा में यह तय किया गया कि वे चुनाव आयोग के समक्ष अपने मुद्दे रखेंगे।
प्रदर्शन के दौरान, पुलिस की ओर से बैरिकेड्स स्थापित करने के बाद सांसदों ने ध्यान देने योग्य तरीके से अपनी बात उठाई। हालांकि, विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेड्स ने सांसदों की आंदोलन को बाधित कर दिया।