आशु भटनागर। अक्सर श्री सत्यनारायण भगवान की कथा सुनते हुए हमें उसके तीसरे अध्याय में साधु नामक एक वैश्य की कहानी सुनाई जाती है जिसमें साधु नाम का वैश्य भगवान की कथा करने के लिए लगातार झूठ पर झूठ बोलता है और भगवान से एक नई तारीख का वादा कर देता है । अंत में भगवान श्री सत्यनारायण भगवान रूष्ट हो जाते हैं और साधु नामक वैश्य विपत्तियों का सामना करता है।
ऐसा ही कुछ फिलहाल यमुना प्राधिकरण में बनने वाली फिल्म सिटी के शिलान्यास के साथ हो रहा है फिल्म सिटी के विकासकर्ता कंपनी बेव्यू भूटानी प्राइवेट लिमिटेड 1 वर्ष से लगातार इसके शिलान्यास को एक नए शिगूफे के साथ आगे बढ़ाती जा रही है।
ताजा समाचार यह है कि भूटानी समूह ने एक बार फिर से यह दावा किया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फिल्म सिटी के शिलान्यास के लिए पत्र भेज कर समय मांगा गया है जिसमें अब यमुना क्षेत्र में बना रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ शिलान्यास की संभावना जताई जा रही है। हालांकि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन की भी तारीख अब तक 4 बार आगे बढ़ चुकी है ।
दावा किया जाता है कि वर्तमान सीईओ के एजेंडे में भी फिलहाल एयरपोर्ट के उद्घाटन की कोई तारीख तय नहीं है, दरअसल 30 सितंबर को वर्तमान सीईओ का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा ऐसे में सीईओ का मुख्य ध्यान 30 सितंबर को सेवानिवृत्ति के बाद होने वाले एक्सटेंशन यानी पुनर्नियुक्ति पर है। एयरपोर्ट के उद्घाटन की तारीख उसके बाद ही पता चलेगी, फिलहाल प्राधिकरण के सूत्र इसको नवंबर से फरवरी के बीच में बता रहे हैं । बार-बार देरी होने के कारण प्राधिकरण के सीईओ ने मीडिया से एयरपोर्ट में कार्य के पूर्ण होने की किसी सीमा रेखा पर बात करना ही बंद कर दिया है।
आपको बता दें 1510 करोड़ की फिल्म सिटी परियोजना के पहले चरण में 900 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। फिल्म सिटी के पहले चरण में फिल्म इंस्टीट्यूट, फिल्म स्टूडियो, साउंड स्टेज, स्थाई सेट बनाए जाएंगे। 21 एकड़ में फिल्म इंस्टीट्यूट होगा।
ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि यीडा क्षेत्र में फिल्म सिटी के लिए आवंटित 230 एकड़ जमीन के लिए प्राधिकरण की क्या तैयारी है? एनसीआर खबर द्वारा फिल्म सिटी क्षेत्र के जमीनी निरीक्षण के बाद यह पता चला की 230 एकड़ क्षेत्र में रबूपुरा की तरफ प्राधिकरण द्वारा अभी तक सड़क का निर्माण भी नहीं कराया गया है जिसके चलते वहां मौजूद कुछ किसानों ने जमीन पर फसल की बुवाई भी कर दी है । वही प्राधिकरण के सूत्रों का कहना है की फिल्म सिटी की आवंटित जमीन का समतलीकरण का काम हो चुका है और दो और की सड़क का बेस तैयार कर दिया गया है ।
ऐसे में फिल्म सिटी के विकासकर्ता कंपनी में एक भूटानी समूह के निदेशक आशीष भूटानी भले ही फिल्म सिटी के निर्माण में किसी बाधा से इनकार कर रहे हैं किंतु बेहद चतुराई से फिल्म सिटी के शिलान्यास को एयरपोर्ट के निर्माण से जोड़कर उन्होंने एक बार फिर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी के सपने को पीछे कर दिया है ।