नोएडा में अब महिलाओं बच्चो के साथ साथ पालतू कुत्ते भी आवारा कुत्तो से सुरक्षित नहीं है। मंगलवार की रात चार आवारा कुत्तों ने एक पालतू कुत्ते और उसके मालिक पर बुरी तरह से हमला कर दिया। इस हमले में पालतू कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे आपातकालीन चिकित्सा सहायता की आवश्यकता पड़ी, जहां उसे 30 टांके लगे।
घटना का समय मंगलवार की रात लगभग 8 बजे था जब निवासी सुप्रिया यादव अपने पालतू कुत्ते, कोको, को लेकर सोसायटी के बेसमेंट में टहल रही थीं। बारिश के कारण, उन्होंने अपने कुत्ते को गोद में उठाने का निर्णय लिया। अचानक, उन्होंने कुछ कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनी।

सुप्रिया यादव ने बताया, “जब मैं अपने कुत्ते को गोद में लेकर बाहर जाने की कोशिश कर रही थी, तब चार आवारा कुत्ते सामने आ गए। वो गाड़ियों के पीछे छिपे हुए थे।” इस बीच, डर के कारण कोको गोद से बाहर कूद गया, और तभी उन चार कुत्तों में से दो ने उसे घेर लिया, जबकि बाकी दो ने सुप्रिया पर भौंकना शुरू कर दिया।
सुप्रिया ने कहा, “मैंने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया। थोड़ी देर में, मेंटनेंस कार्यालय से एक व्यक्ति आया और मुझे संभाला। इसी बीच, कोको का कहीं भी पता नहीं चल रहा था और हम उसका नाम बुलाने लगे।” अंततः, उन्होंने देखा कि एक आवारा कुत्ता कोको को पकड़कर खींच रहा है।

“हम दौड़कर वहां पहुंचे और किसी तरह कोको को छुड़ाया,” सुप्रिया ने कहा। इसके बाद, कोको को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे 30 टांके लगाए।
इस घटना ने सोसायटी में निवासियों में खौफ पैदा कर दिया है। सुप्रिया ने कहा, “हमने इस संबंध में सोसायटी के एओए और मेंटनेंस विभाग के पास शिकायत की है। ऐसे घटनाएं भविष्य में न हो, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।”
सोसायटी के निवासियों का कहना है कि इस घटना ने उन्हें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनकी सुरक्षा को लेकर क्या उपाय किए जा सकते हैं। कई निवासियों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाबजूद कथित कुत्ता प्रेमी आवारो कुत्तो को सडको पर कहीं भी खुले में खाना देने से बाज नहीं आ रहे हैं I पुलिस भी ऐसे लोगो पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है I नोएडा प्राधिकरण को आवारा कुत्तों के प्रबंधन के लिए एक योजना बनानी चाहिए, जिससे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।