नोएडा के सबसे व्यस्त यातायात मार्गों में से एक, डीएससी मार्ग (DSC Marg) पर आवागमन करने वाले लाखों दैनिक यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। नोएडा प्राधिकरण ने अपनी एक अत्यंत महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी परियोजना—आगाहपुर पैट्रोल पंप से एन.एस.ई.जेड. (NSEZ) तक निर्मित 6 लेन एलिवेटेड रोड को मंगलवार (18 नवंबर, 2025) से ट्रायल उपयोग के लिए खोल दिया है।
करीब 4.50 किलोमीटर लंबे इस ऊपरगामी मार्ग के खुलने से ग्रेटर नोएडा, दादरी और नोएडा फेज-2 के बीच आवागमन करने वाले लोगों को वर्षों से चले आ रहे भीषण यातायात जाम से राहत मिलने की उम्मीद है।

परियोजना की मुख्य विशेषताएं
608.08 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह 6 लेन एलिवेटेड रोड नोएडा के दक्षिणी हिस्सों को जोड़ने वाली जीवन रेखा के रूप में देखी जा रही है। प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) डॉ० लोकेश एम० के निर्देश के बाद इसे ट्रायल उपयोग हेतु खोला गया है।
नोएडा प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक (सिविल) विजय रावल के अनुसार यह परियोजना वर्ष 2020 में शुरू हुई थी, निर्माण के दौरान कई प्रकार की समस्याएं सामने आईं और जुलाई 2023 के बाद तो इसका निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप्प हो गया था। उन्होंने बताया, “वर्तमान सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने पदभार ग्रहण करने के उपरांत इसमें व्यक्तिगत रुचि ली और नियमित निरीक्षण के माध्यम से गति प्रदान की, जिसके परिणामस्वरूप कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ।”

यातायात घनत्व में भारी कमी की अपेक्षा
यह एलिवेटेड रोड डीएससी मार्ग पर यातायात की गंभीर समस्या के समाधान के लिए बनाई गई है। यह मार्ग नोएडा के प्रमुख औद्योगिक एवं आवासीय सेक्टरों (जैसे 43, 40, 49, 101, 107, 110) को सघन आबादी वाले क्षेत्रों (जैसे सदरपुर, बरौला, भंगेल, सलारपुर) तथा फेज-2 के औद्योगिक क्षेत्रों से सीधे जोड़ता है।
भारी यातायात घनत्व के कारण इन क्षेत्रों में प्रायः जाम की स्थिति बनी रहती थी। प्राधिकरण का अनुमान है कि यह एलिवेटेड रोड प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोगों को सुगमतापूर्वक उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद करेगा। इस पुल के खुलने के बाद बरौला और भंगेल जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को पार करने में लगने वाला समय नाटकीय रूप से कम हो जाएगा।
ट्रायल के पहले दिन सामने आईं चुनौतियाँ
जहां एक ओर इस बहुप्रतीक्षित एलिवेटेड रोड के खुलने से आवागमन आसान होता दिख रहा है, वहीं ट्रायल के पहले दिन एलिवेटेड रोड के दोनों छोर पर यातायात प्रबंधन को लेकर कुछ समस्याएं सामने आईं।
एलिवेटेड रोड खुलने के बावजूद, स्थानीय पुलिस ने अभी तक सड़क यातायात के पुराने निर्देशों में कोई बदलाव नहीं किया है। बरौला में एलिवेटेड रोड पर चढ़ने से पहले बने यू-टर्न के पास जाम की स्थिति बन गई। इसके अलावा, एन एस ई जेड छोर पर पुरानी बैरिकेडिंग लगी होने से वाहन चालकों को आवाजाही में दिक्कत पेश आई।
सबसे गंभीर विषय यह रहा कि कई वाहन चालक जानकारी के अभाव में या भ्रमवश एलिवेटेड रोड पर उल्टी दिशा (Wrong Side) में यात्रा करते दिखे, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई थी। यातायात पुलिस को जल्द ही इन दोनों छोरों पर समुचित बदलाव और साइनेज लगाने की आवश्यकता है ताकि ट्रायल पीरियड सुरक्षित रूप से पूरा हो सके।
ट्रायल उपयोग की अवधि पूर्ण होने के उपरांत, नोएडा प्राधिकरण इस 6 लेन एलिवेटेड रोड को औपचारिक रूप से जनमानस को समर्पित करेगा।


