पूरे देश में ऐसा मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण (Special Summary Revision – SIR) को लेकर बीएलओ के बीमार होने, मना करने, नाराज होने जैसे तमाम समाचार इन दिनों सोशल मीडिया पर लगातार बताए जा रहे है । ऐसा ही एक प्रकरण नोएडा की शिक्षिका पिंकी सिंह के नाम से बीएलओ ड्यूटी के कारण परेशान होने के बाद इस्तीफा देने का आया तो सोशल मीडिया से लेकर मुख्य समाचार पत्रों तक ने उसे सच मान लिया।
सोशल मीडिया पर वायरल त्यागपत्र ओर समाचारों में क्या था?
सोशल मीडिया पर वायरल त्यागपत्र की सत्यता परखे बिना कई समाचार पत्रों ने अपनी मुख्य स्टोरी तक बना दिया । मुख्य समाचार पत्रों ने सोशल मीडिया पर वायरल एक पत्र के आधार पर समाचार छापा कि गेझा के उच्च प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका पिंकी सिंह ने बूथ लेवल अधिकारी ने बीएलओ की ड्यूटी से परेशान होकर इस्तीफा दे दिया है।वायरल हुए पत्र में शिक्षिका पिंकी सिंह ने लिखा है कि उन्हें बीएलओ का पार्ट 206 आवंटित किया गया है। मतदान स्थल रॉक वुड स्कूल है और उनके भाग में कुल 1179 मतदाता हैं। इनमें से 215 मतदाताओं का डाटा वह ऑनलाइन फीड कर चुकी हैं। पत्र में उन्होंने पूछा है कि वह अपने निर्वाचन सामग्री किस अधिकारी को त्यागपत्र सौपे।


इस पत्र पर संदेह प्रकट करते हुए कल ही वरिष्ठ पत्रकार राजेश बैरागी ने भी पूछा था यह पत्र श्रीमती निर्वाचन अधिकारी को संबोधित है। क्या इस पदनाम से कोई अधिकारी होता है? यदि वास्तव में यह पत्र उस शिक्षिका द्वारा ही लिखा गया है तो एक शिक्षक की समझ और पढ़ने लिखने की उसकी क्षमता पर प्रश्नचिन्ह लगना तो अनिवार्य है। यदि उसने यह पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी को संबोधित किया है तो उस पद पर अवश्य ही महिला अधिकारी नियुक्त है परंतु उसे श्रीमती निर्वाचन अधिकारी कहकर संबोधित नहीं किया जा सकता है। मुझे लगता है कि उक्त शिक्षिका के इस पत्र पर संज्ञान लेने से पहले उसकी शैक्षणिक योग्यता की जांच की जानी चाहिए। शिक्षा व्यवस्था भ्रष्टाचार के साथ साथ अयोग्य और काम से भागने वाले लोगों के कारण भी चौपट हो रही है।
एनसीआर खबर फैक्ट चेक में सच क्या है ?
एनसीआर खबर ने सोशल मीडिया पर रविवार रात वायरल हुए इस पत्र को सनसनीखेज समाचार बनाने की जगह धैर्य रखना उचित समझा और सोमवार को इसको लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों से बातचीत की जिसके बाद अधिकारियों ने ऐसे किसी भी पत्र को मिलने से अनभिज्ञता जताई । जिला चुनाव कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार इस पूरे प्रकरण पर BSA राहुल पवार ने लिखित में उत्तर दिया है की ऐसी कोई शिकायत बीएलओ पिंकी सिंह की ओर से उन्हें प्राप्त नहीं हुई है । और यह पत्र फिलहाल फेक न्यूज़ की श्रेणी में है ।

स्कूल की प्रधानाचार्या नीलम सिंह ने भी मीडिया को बताया कि उन्हें पिंकी सिंह के इस्तीफे की सीधी जानकारी नहीं मिली है, वह 15 से 20 वर्षों से बीएलओ की ड्यूटी कर रही हैं, लेकिन कभी उन्होंने ड्यूटी के लिए मना नहीं किया है।
बीएलओ ड्यूटी पर लगे शिक्षको पर दोहरे दबाब को लेकर भी जिला निर्वाचन कार्यालय ने इनकार किया है, जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियो कि माने तो चुनाव कार्य में लगे अधिकारियो, कर्मचारियों के लिए स्पस्ट आदेश हैं कि उनके इस कार्य के पूर्ण होनेतक शिक्षण कार्यो से मुक्त रखा जाएगा I असल में देखा जाए तो ये कार्य इतना कठिन भी नहीं है, औसतन एक परिवार में 4 से 5 वोट होते हैं इस आधार पर शिक्षको को पुरे दिन में अधिकतम 10 परिवारों से प्रतिदिन मिलना है जिससे किसी भी बूथ के 1200 वोटर का लक्ष्य आसानी से पूरा किया जा सकता है।
गौतम बुध नगर जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार आज दोपहर 12:00 बजे तक कल 4,22,876 वोटर डिजिटाइज़ हो गए हैं जिले में कुल 18,65,673 वोटर हैं, जिनमें 2.74% यानी 11586 लोग नेगेटिव है। इनमें मृत हुए वोटर, डुप्लीकेट वोटर हो सकते हैं। गौतम बुद्ध नगर में में कुल 1864 बीएलओ लगाए गए है । अधिकारियो के अनुसार तय समयसीमा में 4 दिसम्बर तक कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा ।



