ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौर सिटी स्थित महागुण मिवुड सोसाइटी में सोमवार को दो कुत्तों ने दो बच्चों को काट लिया। जानकारी के अनुसार एक बच्चे को सोसाइटी स्थित मंदिर के पास हमला कर काटा तो दूसरे बच्चे को क्लब हाउस के पास काटने का समाचार है। सोसाइटी के लोगों ने बताया कि आसपास के लोगों ने इकट्ठा होकर मासूम बच्चों को कुत्तों के हमले से बचाया ।
सोसाइटी में रहने वाले बी टावर के महेश तंवर ने मीडिया को बताया कि उनका बेटा स्कूल से आ रहा था । साथी बच्चे आगे निकल गए इसी बीच बच्चों को अकेला पाकर आवारा कुत्तों ने उसे पर हमला कर दिया।
इसी तरह टावर आठ में रहने वाले अतुल वर्मा ने भी मीडिया को बताया कि उनके बच्चे पर 1:30 बजे करीब स्कूल से लौटते समय कुत्तों ने हमला कर दिया । सोसाइटी के लोगों के अनुसार सोसाइटी के अंदर कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है बीते एक सप्ताह में कई लोगों को कुत्ते काट चुके हैं
भाजपा नेताओं का कुत्ता प्रेम निवासियों की बन रहा समस्या
आपको बता दें कि क्षेत्र में जनता जहां कुत्तों के आतंक से परेशान है वहीं भाजपा नेताओं का कुत्ता प्रेम भी लोगों की भावनाओं पर मरहम लगाने की जगह नमक छिड़कने की बातें करता है। सोसाइटी में रहने वाले ग्रेटर नोएडा मंडल अध्यक्ष मुकेश चौहान और क्षेत्र में विधायक प्रतिनिधि दीपक यादव पर कुत्तों की समस्या को लेकर कोई समाधान करने में नाकामी के आरोप है । बीते दिनों 14 एवेन्यू में कुत्तों के लिए हंगामे के दौरान भी दोनो लोगो के लिए कुछ सहयोग नहीं कर पाए थे ।
क्षेत्र से एमएलसी विधायक श्रीचंद शर्मा पहले ही मीडिया से एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कह चुके हैं की कुत्ता गांव में तो आराम से रहता था पता नहीं सोसाइटी के लोगो साथ क्यों नहीं रह पा रहा है। इसी तरीके से एक अन्य भाजपा नेता ने असंवेदनशील बयान देते हुए कहा की पहले तो पेट में 14 इंजेक्शन लगते थे अब तो एक इंजेक्शन लग रहा है ।
वहीं भाजपा से टिकट मांग रहे और जन समस्यायों पर विजन डॉक्यूमेंट लाने वाले गोपाल कृष्ण अग्रवाल के लिए तो कुत्तों का काटना कोई मुद्दा ही नहीं है उनको जानकारी ही नहीं है कि उनके क्षेत्र में लोगों को कुत्ता काटता भी है । एनसीआर खबर के साथ एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इस मुद्दे को ही करने से इनकार कर दिया था ।
ऐसे में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों की समस्या यह है कि वह कुत्तों की समस्या पर समाधान के लिए कहां जाए जिसमें मंडल अध्यक्ष से लेकर विधायक और सांसद प्रत्याशी तक कोई समर्थन करने को तैयार नहीं होता ।