दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने मंगलवार को कहा कि हरियाणा ने पिछले कुछ समय से पानी की सप्लाई में कटौती कर दी है, जिससे दिल्ली में जल संकट जैसी स्थिति बन गई है। कई इलाकों में पानी की कमी है। जिन इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है, उन इलाकों में पानी उपलब्ध कराने के लिए जहां सुबह-शाम पानी सप्लाई हो रहा है, वहां अब सिर्फ एक टाइम पानी सप्लाई होगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि लोग सप्लाई की पानी से गाड़ियां या बाइक न धोएं, नहीं तो चालान किया जाएगा।
दिल्ली जल बोर्ड ने 24 मई को स्पष्ट किया था, जब सुश्री आतिशी ने पहली बार पानी की कमी का दावा किया था, कि वह राजधानी की पानी की माँगों को पूरा करने के लिए “पूरी तरह से तैयार” था। इसने गर्मी और बारिश की कमी सहित मौसम में उतार-चढ़ाव की स्थिति को भी यमुना के कम जल स्तर के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
दिल्ली के लोगों से आतिशी छल कर रही हैं और हरियाणा के लोगों की भावना से खिलवाड़ : भाजपा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी मंत्री के आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि आप वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटका रही है। राजधानी में पेयजल संकट के मामले में भाजपा ने मंगलवार को जल मंत्री आतिशी पर सवाल खड़े किए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा से दिल्ली को कम पानी मिलने का आरोप सफेद झूठ है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल जेल से बाहर हैं, फिर भी इस मुद्दे पर खामोश क्यों हैं। 14 से 21 मई के बीच प्रतिदिन 989.8, 999.04, 1001.03, 998.02, 991.63, 990.99, 997.79 और 981.89 एमजीडी पानी का उत्पादन हो रहा है। इसके बाद भी जल उत्पादन इसी तरह चल रहा है सरकार जल चोरी और बर्बादी नहीं रोक पा रही है। इससे समस्या सामने आ रही है। यमुना का जलस्तर विगत वर्षों के मई की तुलना में काफी बेहतर है। चिलचिलाती गर्मी के बीच दिल्ली के लोगों को जिस भीषण पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है, वह पूरी तरह से आप सरकार के समर एक्शन प्लान लाने की अयोग्यता है।
इसके लिए मुख्यमंत्री और आतिशी जिम्मेदार है। सरकार ने समर एक्शन प्लान तक नहीं बनाया। जहां तक हरियाणा से पानी की आपूर्ति का सवाल है तो गर्मी के कारण ऊपरी प्रवाह में यमुना के स्तर में कमी के बावजूद आवंटित 548 एमजीडी में से केवल 20-50 एमजीडी की कमी हुई है। आतिशी दिल्ली के लोगों को गुमराह करने की जगह जल वितरण पॉलिसी पर काम करें।