Noida Modi 3.0 Oath ceremony लोकसभा से जीत की हैट्रिक लगाने वाले भाजपा सांसद डॉ. महेश शर्मा को मोदी की 3.0 सरकार में मंत्री बनने का सपना टूटता दिखाई दे रहा है । सरकार में मंत्री बनने वाले सांसदों को रविवार को सुबह 11:30 बजे प्रधानमंत्री निवास पर चाय पर बुलाया गया था । कई स्थानीय न्यूज़ पोर्टल्स के अनुसार डा महेश शर्मा कैंप का दावा था कि महेश शर्मा का नाम लगभग तय हो गया है। बस उनके नाम की घोषणा होना बाकी है। दावा किया जा रहा था कि महेश शर्मा को मोदी सरकार में अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
किंतु चाय पर चाय पार्टी समाप्त होने के बाद और डॉक्टर महेश शर्मा की गाड़ी पीएम आवास पर ना दिखाई देने के बाद अब लगभग यह तय हो गया है कि डॉक्टर महेश शर्मा को शपथ के लिए प्रधानमंत्री आवास से कोई फोन नहीं आया है और तीन बार जीतने के बावजूद वह मोदी 3.0 सरकार मंत्रिमंडल में भी मंत्री नहीं बनने जा रहे हैं ।
सांसद डॉ. महेश शर्मा संस्कृति मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार वाले केंद्रीय राज्य मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा वे नागरिक उड्डयन मंत्रालय के राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। 2019 में दोबारा जीतने के बाद भी डॉक्टर महेश शर्मा लगातार मंत्री बनाए जाने की अपेक्षा कर रहे थे किंतु बन नहीं पाए थे ऐसे में तीसरी बार बड़ी जीत से डॉ महेश शर्मा और उनके समर्थकों में ये अपेक्षा थी कि वह इस बार मंत्री जरूर बनेंगे । पर अभी तक उनको चाय पार्टी में ना बुलाए जाने और मंत्रिमंडल में उनका नाम ना दिखाई देने से समर्थको के मन में एक ही प्रश्न है कि आखिर इतनी बड़ी जीत के बावजूद डॉक्टर महेश शर्मा को मंत्रिमंडल में क्यों नहीं लिया गया है ? फिलहाल लोगों की नजरें मोदी की 3.0 सरकार के मंत्रिमंडल पर टिकी हुई है और अभीभी कुछ समर्थको द्वारा शाम ७ बजे तक डा महेश शर्मा को मंत्री बनाये जाने की अपेक्षा भी की जा रही है।
मोदी केबिनेट के संभावित मंत्रियों की जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सभी बड़े पुराने मंत्रियों को रिपीट करने का फैसला किया है इनमें गृह मंत्रालय रक्षा मंत्रालय विदेश मंत्रालय वित्त मंत्रालय जैसे मंत्रालय शामिल है।
मोदी के आवास में पहुंचने वाले नेताओं में निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, गिरिराज सिंह, हरदीप पुरी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, किरन रिजिजू, ज्योतिराजदित्य सिंधिया, मनोहर लाल, शिवराज सिंह चौहान सहित बाकी नेता शामिल हैं। इनके अलावा एलजेपी चीफ चिराग पासवान, जेडीयू नेता ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर को भी कॉल आ चुका है। इससे पहले हम पार्टी के सर्वेसर्वा जीतनराम मांझी को भी कॉल जा चुका है।
अभी तक प्रधानमंत्री आवास पर पहुँचने वाले नेताओं के नाम
राजनाथ सिंह | बीजेपी |
नितिन गडकरी | बीजेपी |
पीयूष गोयल | बीजेपी |
ज्योतिरादित्य सिंधिया | बीजेपी |
जयंत चौधरी | रालोद |
अनुप्रिया पटेल | अपना दल (एस) |
रामनाथ ठाकुर | जेडीयू |
मोहन नायडू | टीडीपी |
जीतनराम मांझी | हम |
पी चन्द्रशेखर पेम्मासानी | टीडीपी |
एचडी कुमारास्वामी | जेडीएस |
प्रताप राव जाधव | शिवसेना |
जितेंद्र सिंह | बीजेपी |
अन्नामलाई | बीजेपी |
रक्षा खडसे | बीजेपी |
मनोहर लाल खट्टर | बीजेपी |
राव इंद्रजीत सिंह | बीजेपी |
शिवराज सिंह चौहान | बीजेपी |
प्रह्लाद जोशी | बीजेपी |
सर्बानंद सोनोवाल | बीजेपी |
अर्जुन राम मेघवाल | बीजेपी |
जी किशव रेड्डी | बीजेपी |
मोदी लगातार कहते रहे हैं कि उनका तीसरा कार्यकाल बड़े फैसलों वाला होगा। पिछले 10 साल का कार्य तो सिर्फ ट्रेलर है। जब उन्हें एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया तब भी उन्होंने ये बातें दोहराई। मोदी के दूसरे कार्यकाल में जम्मू कश्मीर से धारा 370 का हटाना, राम मंदिर का निर्माण, नागरिकता अधिनियम कानून का लागू होना बड़े फैसलों के रूप में गिना जाता है। ऐसे में लोगों के मन भी सवाल है कि आखिर इस बार एनडीए सरकार कौन से बड़े और कड़े फैसले ले सकती है? आखिर किन क्षेत्रों में बड़े निर्णय हो सकते हैं?