लोकसभा 2024 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा के हुए बुरे हाल के बाद लगातार हो रही समीक्षा बैठकों में यह बताया जा रहा है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जनता के प्रति अपने कार्यों पर ध्यान नहीं दिया जिससे जनता और कार्यकर्ताओं में लगातार उनके प्रति आक्रोश था। ऐसे में जनता और कार्यकर्ताओं के विरोध के बावजूद 35 से ज्यादा सीटों पर उन्हीं लोगों को टिकट दे देने से पार्टी की यह हार हुई है ।
आकलन आने के बाद गौतम बुध नगर में भी लगातार जनप्रतिनिधियों के खिलाफ उठ रही आवाजों से डरे दादरी विधायक तेजपाल नागर ने भी अपने क्षेत्र में बीते 2 वर्षों से नहीं हुए कामों की एक लिस्ट पत्र के जरिए मुख्यमंत्री को अपनी शिकायत दी है । लगातार एनसीआर खबर और स्थानीय मीडिया द्वारा प्रकाशित लोगो की समस्याओं को नजरंदाज कर 2022 में विधान सभा चुनाव जीतने के बाद 2 साल से आनंद ले रहे दादरी विधायक को अब याद आया है कि क्षेत्र में अधिकारी जनता के प्रति कोई काम नहीं कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पत्र में मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए तेजपाल नागर ने कहा कि ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित बहुमत जिला इमारत में बिल्डरों की मनमानी के कारण बिजली आपूर्ति को लेकर फ्लैट बायर्स को परेशानियां हो रही हैं लगातार बिजली बाधित हो रही है उन्होंने दोषी बिल्डरों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए फ्लैट बायर्स को जल्द बिजली की समस्या से छुटकारा दिलाने की मांग की है।
दादरी विधायक तेजपाल नागर ने ग्रेटर नोएडा के अधिकारियों की के भ्रष्टाचार की शिकायत भी मुख्य योग्यता से करते हुए कहा कि प्राधिकरण विकास कार्यों से संबंधित उनके दिए प्रस्तावों पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है नहीं उसे पर कोई जानकारी दे रहा है उन्होंने विश्नोली गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि 2017 से 2022 तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कौन-कौन से विकास कार्य किए हैं और कौन-कौन से शेष हैं इसकी कोई जानकारी उनको उपलब्ध नहीं कराई गई है ।
वहीं 2022 से 27 के बीच इसी गांव में प्राधिकरण में कारों की प्रगति के बारे में कोई जानकारी नहीं दिया इसके साथ ही उन्होंने 2023 24 में वर्क सर्किल दो और तीन द्वारा वित्तीय वर्ष 2023 24 के दौरान निकाली गई एनवीड़ाओं में भारी भ्रष्टाचार और मिलीभगत करके मनचाही फर्म को टेंडर देने के गंभीर आरोप लगाए । विधायक तेजपाल नागर का आरोप है कि पूर्व नियोजित तरीके से इंटेंडेंस के लिए भ्रष्टाचार किया गया है और मनचाहे लोगों को टेंडर दिए गए हैं ।
यही नहीं दादरी विकासखंड के जारचा गांव में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत 1355 पॉइंट 99 लाख 13 करोड़ 56 लाख की लागत से बनने वाले राजकीय महाविद्यालय के निर्माण के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी ने जून 2019 में एक प्रस्ताव शासन स्तर पर मुख्य सचिव को भेजा था। 2019 जुलाई में संपन्न हुई राज्य स्तरीय समिति की बैठक में इस परियोजना को स्वीकृति प्रदान भी कर दी गई थी विधायक ने आरोप लगाए कि राज्य स्तरीय समिति की संस्कृति के आधार पर भारत सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय की 10 अक्टूबर 2019 को हुई बैठक में इस परियोजना के लिए 10 करोड़ 76 लाख 666000 की स्वीकृति दे दी गई मंत्रालय द्वारा 22 मार्च 2023 को परियोजना के लिए 2 करोड़ 5966500 की प्रथम किस्त उत्तर प्रदेश निर्माण सहकारी संघ के पक्ष में जारी भी कर दी गई है किंतु एक वर्ष भी जाने के बावजूद कार्यकारी संस्था द्वारा अभी तक मौके पर निर्माण कार्य को शुरू नहीं किया जा सकता है उन्होंने मांग करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारियों की अपेक्षा और शिथिल कार्यवाही के कारण एक महत्वपूर्ण परियोजना का निर्माण कार्य नहीं हो सका है जिसके फल स्वरुप आने वाले दिनों में क्षेत्र में भाजपा सरकार के खिलाफ माहौल बन सकता है अतः जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करते हुए परियोजना के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द शुरू कराया जाए ।
दादरी विधायक तेजपाल नागर द्वारा स्थानीय समस्याओं पर देर से ही सही मुख्यमंत्री को शिकायत देने पर लोगों की प्रतिक्रिया भी रोचक है लोगों ने कहा लोकसभा चुनाव में भाजपा की हुई करारी हार के बाद ही सही कम से कम बीजेपी जन प्रतिनिधियों को जनता की समस्याओं की सुध लेने की आवश्यकता तो महसूस हो रही है ऐसे में देर से ही सही भाजपा विधायक तेजपाल नागर का यह प्रयास अगर रंग लाता है तो उसकी प्रशंसा भी की जानी चाहिए ।
यद्यपि लोगों ने दादरी विधायक तेजपाल नागर द्वारा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ग्रेटर नोएडा फेस 2 और नए नोएडा में आ रही समतल और सहारा की जमीनों पर बनी अवैध कालोनियों के मामले को इस पत्र में ना लिखे जाने पर भी प्रश्न खड़े किए हैं । लोगों ने कहा कि दादरी विधायक ने जोर-शोर से समतल और सहारा की जमीन पर बन रही अवैध कॉलोनी का मुद्दा उठाया था। उसके बाद लोकसभा चुनाव की आड़ में सब शांत हो गया ऐसे में जब तेजपाल नागर मुख्यमंत्री से बाकी शिकायतें कर रहे थे तो फिर अवैध कॉलोनी और भूमाफियाओं के इस तंत्र पर शिकायत करना क्यों भूल गए ।
आपको बता दें कि गौतम बुध नगर में लगातार ऐसी कई कालोनियां बसाई जा रही हैं जिन पर एनसीआर खबर लोगों को सचेत करता रहता है । दादरी विधानसभा क्षेत्र में ही तिलपता में भाजपा कार्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर यूपीएसआईडीसी की अधिसूचित जमीन पर त्रिलोकपुरम के नाम से 100 बीघा में अवैध कालोनी काटी जा रही है जिसमें विला और प्लॉट दे दिए गए हैं रोचक तथ्य यह है कि इन कॉलोनी को यूपीएसआईडीसी के नाम से बेचा जा रहा है। ऐसे में पूरे प्रदेश साहिल लखनऊ के कुकरेल में अवैध कॉलोनीयों पर बड़ी कार्रवाई करने वाले मुख्यमंत्री तक विधायक का जानकारी न पहुंचना कई प्रश्न भी खड़े कर देता है।