बहुचर्चित इंटरनेशनल किडनी रैकेट ट्रांसप्लांट कांड में चर्चा में आए यथार्थ अस्पताल समेत अब कई अन्य अस्पतालों और डॉक्टर पर स्वास्थ्य विभाग सख्त हो गया है। दरअसल दिल्ली पुलिस द्वारा इस रैकेट की जानकारी सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अब ऐसे सभी डॉक्टर और अस्पतालों की लिस्ट तैयार कर रहा है जो किडनी ट्रांसप्लांट से जुड़े हुए हैं ।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नोएडा में 6 ऐसे अस्पताल हैं जिनमें किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा दी जाती है। नोएडा में सेक्टर 62 में फोर्टिस हॉस्पिटल (Fortis Hospital), सेक्टर 128 में जेपी अस्पताल (JP Hospital), ग्रेटर नोएडा में यथार्थ अस्पताल (Yatharth Hospital), ग्रेटर नोएडा वेस्ट में यथार्थ अस्पताल (Yatharth Hospital, Greater Noida West),, नोएडा सेक्टर-26 में अपोलो अस्पताल (Apollo Hospital) और सेक्टर 104 में प्राइमा अस्पताल (Prima Hospital) में अंग प्रत्यारोपण (Organ Transplant) होता है।
दिल्ली पुलिस ने इनमें नोएडा के यथार्थ अस्पताल में अपोलो हॉस्पिटल की डॉक्टर विजया डी द्वारा किडनी ट्रांसप्लांट का खुलासा किया था जिसमें जानकारी यह निकाल कर आई थी कि बाकायदा बांग्लादेश में ही यथार्थ अस्पताल के पेपर्स बना दिए जाते थे और उनको सब पेपर के साथ यहां पर लाकर किडनी ट्रांसप्लांट कर दिया जाता था। सूत्रों का तो यहां तक दावा है कि यथार्थ अस्पताल में जो ट्रांसप्लांट हुए उनमें बांग्लादेश, अफगानिस्तान के अलावा विभिन्न देशों से मरीज और अंगदाता पहुंचे थे।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार मरीज के साथ अंगदाता के कार्यालय पहुंचने के बाद जरूरी दस्तावेज की जांच के बाद प्रक्रिया पूर्ण करने पर एनओसी दी जाती है। इस प्रक्रिया में ट्रांसप्लांट (Transplant) करने वाला डॉक्टर को नहीं आना होता है, इसलिए डॉ. विजया कार्यालय नहीं आईं। ऐसे में अब उनके जिले में प्रैक्टिस करने संबंधी दस्तावेज की जांच के बाद कुछ कहा जा सकता है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में गुपचुप सभी अस्पतालों की जांच किए जाने की सूचना के बाद शहर के किडनी ट्रांसप्लांट से जुड़े अस्पतालों और डॉक्टर में हड़कंप मच गया है। एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार अगर इन अस्पतालों में किसी भी तरीके की संलिप्तता बांग्लादेश के इंटरनेशनल किडनी रैकेट ट्रांसप्लांट माफिया के साथ पाई गई तो इन अस्पतालों का लाइसेंस कैंसल किया जा सकता है। वहीं आरोपी पाए जाने वाले डॉक्टर के खिलाफ भी स्वास्थ्य विभाग बड़ी कार्रवाई करने के मूड में दिखाई दे रहा है ।