जिले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सदस्यता अभियान की समाप्ति के बाद जिले भर में पार्टी संगठन ने लगभग 225000 का आंकड़ा पर कर लिया है । इन आंकड़ों में मंडल वाइज सबसे बेहतर परिणाम दनकौर मंडल का रहा है जबकि उसके बाद बादलपुर मंडल दिखाई दे रहा है आंकड़ों के फेर में बादलपुर मंडल सबसे ज्यादा सदस्य बना कर प्रथम स्थान पर है किंतु दिए गए लक्ष्य के अनुरूप उससे ज्यादा बना देने का रिकॉर्ड दनकौर मंडल ने बनाया है। वही सबसे लक्ष्य को हासिल करने में सबसे कमजोर मंडल ग्रेटर नोएडा रहा है उसके बाद रबूपुरा और बिसरख मंडल का स्थान है। बीते दिनों गौतम बुध नगर प्रभारी प्रमोद गुप्ता ने दनकौर मंडल अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा को लक्ष्य से ज्यादा सदस्य बनाने के लिए जिला कार्यालय पर सबके सामने सम्मानित किया ।
एनसीआर खबर को मंडल के लक्ष्य और उनके बनाए सदस्यों के दावे की मिली संख्या के अनुसार दनकौर मंडल अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा को 20000 सदस्यों का लक्ष्य दिया गया था जिसमें वहां 20521 सदस्य बनाए गए वही बादलपुर मंडल अध्यक्ष महेन्द्र नागर ने 22000 के लक्ष्य को पूर्णतया प्राप्त कर लिया गया । इसके अलावा रबूपुरा मंडल अध्यक्ष चौधरीउदय वीर सिंह और बिसरख मंडल अध्यक्ष मुकेश चौहान को 30-30 हजार सदस्यों का लक्ष्य दिया गया था जिसमें रबूपुरा 14000 और बिसरख मंडल मात्र 14500 सदस्य ही बना सका है । सदस्य बनने में सबसे पीछे रहने के मामले में ग्रेटर नोएडा मंडल अध्यक्ष महेश शर्मा रहे है । ग्रेटर नोएडा को 50000 सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया था जिसमें सिर्फ 14000 सदस्य ही बनाये जा सके ।
इनके अलावा दादरी देहात 15000 सदस्यों के लक्ष्य के अगेंस्ट 9500, दादरी नगर 20000 के अगेंस्ट 15000, जारचा 30000 के अगेंस्ट 17000, सूरजपुर 20000 के अगेंस्ट 14500, कासना 30000 के अगेंस्ट 15500 और जेवर 25000 के अगेंस्ट 16800 सदस्य बनाकर अपनी स्थिति बचाने में कामयाब हो गए ।
जिले में विभिन्न मोर्चे भी लक्ष्य से बहुत पीछे
पार्टी सूत्रों के अनुसार जिले में मंडलों के अलावा युवा मोर्चा महिला मोर्चा किसान मोर्चा भी अपने लक्ष्य से बहुत पीछे हैं युवा मोर्चा को 31000 सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया था जबकि इसके अध्यक्ष राज नागर सिर्फ 18500 सदस्य ही बना सके इसी तरीके से महिला मोर्चा की रजनी तोमर भी 31000 सदस्य के अगेंस्ट सिर्फ 8000 सदस्य बना पायी हैं वही किसान मोर्चा 13500 और ओबीसी मोर्चा मात्र 7000 सदस्य ही बना सके रानी की बात यह है कि एससी मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा सदस्य बनने के मामले में शून्य पर रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों की संख्या अभी आनी बाकी,
वहीं जिले में मौजूद दो सांसद और तीन विधायकों के साथ एक mlc की जानकारी अभी संगठन तक नहीं पहुंची है फिर भी अपुष्ट सूत्रों के अनुसार इनमें पंकज सिंह सबसे आगे चल रहे हैं तो डॉ महेश शर्मा भी लगभग 20 हजार सदस्यों के साथ अपना स्थान बनाए हुए हैं।
यद्यपि भाजपा के इंटरनल सूत्रों के अनुसार जनप्रतिनिधियों द्वारा इतनी अधिक संख्या में सदस्य बनाए जाने पर तमाम तरीके की चर्चाएं हो रही हैं इनमें एक चर्चा जनप्रतिनिधियों द्वारा बूट ऐप के जरिए अधिक संख्या में सदस्य बनाने की बात सामने आ रही है पार्टी सूत्रों की माने तो कई जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए 35 से ₹50 प्रति सदस्य तक एजेंसियों को शुल्क दिया है । पार्टी के ही कई सदस्यों ने जनप्रतिनिधियों के इस तरीके के कार्यों के लिए आलोचना की है
पार्टी के ही एक मोर्चा के अध्यक्ष ने तो एक जनप्रतिनिधि पर यहां मौजूद कॉलेज को प्रभाव में लेकर वहां के छात्रों को सदस्य बनने के आरोप लगा दिए हैं चर्चा है कि यह मोर्चा अध्यक्ष भी इस कॉलेज में अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए पहुंचा था लेकिन उससे पहले ही जनप्रतिनिधि ने अपना काम कर दिया था ।