नोएडा के सरफाबाद स्थित लोटस ग्रेनेडियोर बैंक्वेट हॉल मैं देर रात 3:30 बजे आग लगने से एक इलेक्ट्रिशियन की मृत्यु का समाचार आ रहा है । दमकल विभाग की 15 गाड़ियों ने करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया । आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है इसी बैंक्विट हॉल में 1 वर्ष पहले भी वेल्डिंग करते समय आग लग गई थी ऐसे में अब आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है ।
पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम रामबदन सिंह ने बताया कि आज तड़के साढ़े तीन बजे आग लगने की सूचना मिली। तीन बजकर 40 मिनट पर दमकलकर्मी पांच गाड़ियों के साथ पहुंच गए। आग के विकराल रूप को देखते हुए मौके पर 10 और फायर टेंडर मंगाए गए। आग बुझाने के साथ साथ मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। वहां फंसे कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, लेकिन प्रवेंद्र नामक इलेक्ट्रिशियन आग के अंदर कहीं फंस गया और उसकी मौत हो गई।
सीएफओ प्रदीप कुमार चौबे ने बताया चूंकि बैंक्वेट हॉल का इन्फ्रास्क्चर अधिकतर लकड़ी का बना हुआ है, इसके चलते आग रुक रुक कर धधकने लगती है। इसलिए दमकल कर्मियों को पूरी तरह आग बुझाने में परेशानी हो रही है।
नोएडा के गांवों में बने ऐसे अवैध बैंक्वेट हाल के लिए नहीं है कोई पालिसी
नोएडा के समाजसेवी ने एनसीआर खबर को बताया कि दरअसल नोएडा प्राधिकरण ने शहर तो बसा दिया है किंतु यहां पर बैंक्विट हॉल के लिए कोई पॉलिसी नहीं बनाई है ऐसे में शहर से सटे गांव की आबादी की जमीन पर बड़े-बड़े अवैध बैंक्विट हॉल्स का निर्माण कर दिया गया है ।
एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार नोएडा में शहर की व्यस्त सड़कों के दोनों तरफ सेक्टर 51 से लेकर 73 तक कई बैंक्विट हॉल चेन बने हुये है जिनके पार्किंग अक्सर सड़कों पर ही होती है जिसके कारण अक्सर बड़े जाम लगते हैं । इन बैंक्विट हॉल्स में सुरक्षा के नियमों को लेकर अक्सर प्रश्न उठाते रहे हैं साथ ही यहां पर कई प्रकार की अपराधी गतिविधियों की भी जानकारियां आती है ।
इसके साथ ही अवैध रूप से बनी जमीनों पर आबकारी विभाग लाइसेंस नहीं दे सकता है किंतु शादी के मौसम में इन सभी बैंकट हॉल में ओपन बार की सुविधा उपलब्ध रहती है और प्रशासन उस पर आंखें मीचे रहता है । ऐसे में इन पर चर्चाएं सिर्फ ऐसी आग लगने की घटनाओं के समय है सुनाई देती है।