बुधवार को जब उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में वोट को लेकर राजनीती हो रही थी तब उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट नंबर-1 और प्राधिकरण के सामने सड़क पर समाजवादी पार्टी की छात्र सभा के जिलाध्यक्ष मोहित नागर के नेतृत्व में प्रदर्शन के नाम पर कुछ ऐसा हो गया कि स्वयं समाजवादी पार्टी ओर किसान सभा उससे किनारे दिखने का प्रयास करने लगी। वहीं शाम तक किंकर्तव्यमूड़ दिख रही भाजपा बाद में इसकी आलोचना करते दिखी I फिलहाल समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपी फरार है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट नंबर-1 और प्राधिकरण के सामने सड़क पर समाजवादी पार्टी की छात्र सभा के जिलाध्यक्ष मोहित नागर ने प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला दहन करने का प्रयास किया। इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने यूनिट जैतपुर गोल चक्कर से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तक “राम-राम सत्य है” बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अर्थी निकाली थी।
इस प्रदर्शन में मोहित नागर, निवासी धूमखेड़ा, थाना बादलपुर, गौतमबुद्ध नगर, के साथ लोकेश कुमार (निवासी धूमखेड़ा), नितिन भड़ाना (निवासी दादरी), मोहित तोमर उर्फ नवाबी (निवासी फूलपुर, थाना दादरी), जेपी यादव (निवासी तुगलपुर, थाना नॉलेज पार्क), बादल (निवासी श्यौराजपुर, थाना सूरजपुर) और अन्य लगभग 60 लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे।
ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को सड़क बाधित करने और पुतला दहन से रोका तो प्रदर्शनकारियों ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए सरकारी कार्यों में बाधा डालने का प्रयास किया। मुख्यमंत्री के पतले की अर्थी निकले जाने की सूचना पर इलाका पुलिस के हाथ पैर फूल गए। जिसके बाद पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है ।
भाजपा दिखी किंकर्तव्यमूड़, तो समाजवादी पार्टी ओर किसान सभा झाड़ रही पल्ला
घटना के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं की स्थिति किंकर्तव्यमूड़ वाली हो गयी हालांकि सूचना के मीडिया में आने के बाद नेताओं ने इसकी कई निंदा की एनसीआर खबर से बात करते हुए कई नेताओं ने सपा छात्र नेता के इस व्यवहार को लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान बात कर पुलिस से सख्त कार्यवाही की मांग की । तो कथित छात्र नेता के कृत्य से समाजवादी पार्टी और स्थानीय भारतीय किसान सभा दोनों ही किनारा करते दिखाई दिए ।
समाजवादी पार्टी के सूत्रों के अनुसार किसी में विरोध प्रदर्शन की सूचना जिला कार्यालय से दी जाती है उपचुनाव के बीच इस तरीके के किसी प्रदर्शन की कोई प्लानिंग नहीं थी । युवा छात्र नेता किसान सभा के साथ भी जुड़ा हुआ है ऐसे में बिना संगठन और जिला अध्यक्ष की अनुमति के यह कार्यक्रम किया गया समाजवादी पार्टी के लोग इसमें शामिल नहीं थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार बिना जिला अध्यक्ष की अनुमति के इस तरीके के कार्यक्रम को अंजाम देने के लिए की जांच के लिए समिति गठित कर कार्यवाही भी की जा सकती है।
वही किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश कुमार वर्मा ने भी मोहित नगर से किसान सभा का कोई संबंध होने से इनकार किया नहीं उनके इस कार्यक्रम की जानकारी न होने की बात कही डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि वह अपने 25 तारीख को होने वाले आंदोलन के लिए आज इंटेहरा में मीटिंग कर रहे थे । उन्होंने उसे समाजवादी कार्यकर्ता बताते हुए किसान आंदोलन में समर्थन देने आए लोगों में से एक बताया किंतु किसान सभा के साथ किसी तरीके से संबंध होने से इनकार कर दिया