अतिक्रमणों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए, नोएडा प्राधिकरण ने आज पुलिस चौकी के पास, सलारपुर खादर गाँव में निर्धारित भूमि पर अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ अभियान चलाया। इस अभियान में खसरा संख्या 723, 724, 727 से 739 और 745 से 753 वाले भूखंडों काबिज अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए, अनधिकृत संरचनाओं पर सीलिंग वारंट चिपकाए और पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के माध्यम से रिकॉर्डिंग की।
प्राधिकरण (Authority) की अधिसूचित और अर्जित भूमि पर ये अवैध सोसाइटियां बसाई जा रही थीं। इनमें से कई कॉलोनियां चर्चित महर्षि आश्रम की जमीन पर बनाई गई हैं। वर्ष 2018 से यहां पर अवैध निर्माण जारी था और अब एक अवैध शहर इस क्षेत्र में आकार ले चुका है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम (Lokesh M) ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
अभियान का विवरण
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने पुलिस कर्मियों के सहयोग से सुबह-सुबह कार्रवाई की। कुछ निवासियों के विरोध के बावजूद, टीम ने अवैध निर्माणों पर नोटिस चिपका दिए और उल्लंघनकर्ताओं को सात दिनों के भीतर निर्माण हटाने और प्राधिकरण के समक्ष अपना बचाव (यदि कोई हो) प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
नोएडा प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह भूमि अधिग्रहित संपत्ति का हिस्सा है और कोई भी अनधिकृत निर्माण कानून का उल्लंघन है। हमने उल्लंघनकर्ताओं को पर्याप्त नोटिस दे दिया है। यदि वे इसका पालन नहीं करते हैं, तो तोड़फोड़ सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
संपत्ति लेनदेन के खिलाफ सख्त चेतावनी
प्राधिकरण ने वित्तीय नुकसान से बचने के लिए जनता को इन विवादित भूखंडों को खरीदने या उनसे संबंधित कोई भी लेन-देन न करने की भी चेतावनी दी है। अधिकारी ने कहा, “ये भूमि सरकारी अधिग्रहण के अधीन हैं और इनसे संबंधित कोई भी लेनदेन अवैध है।”
इन डेवलपर्स को भेजा गया नोटिस
- मोहम्मद अयूब व याकूब, सुनील शर्मा व राहुल शर्मा, सलीम व शमीम
- एसए प्रमोटर्स (सुनील कुमार पुत्र धीरज सिंह)
- प्रॉपर्टी अरीना इंफ्राकान प्राइवेट लिमिटेड (आलोक कुमार)
- एनर्जी बिल्डिंग सोल्यूसंस प्राइवेट लिमिटेड (विजय त्रिवेदी, संजीव कुमार त्रिपाठी)
- क्वालिस्टिक टेक्नोज प्राइवेट लिमिटेड (सुभाष कुमार भाटी)
- डालमिया लेटेक्स लिमिटेड (अभिषेक जैन, विकास गोयल)
- नीदरलैंड इंडिया कम्युनिकेशन इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (जालम सिंह, जयाकुमारी)
- ब्रेकथू इंटरप्राइजेज एलएलपी (सर्वेश मिश्रा, जयविन्द)
- रामकुमार, हरीश, हरिश्चंद, मिंटू, रिंकू, राजेश, राहुल कसाना
- स्टूडेंट इंटरनेशनल मेडिटेशन सोसायटी (विनीत कुमार श्रीवास्तव)
- सिंहवाहिनी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (जितेन्द्र कुमार, योगेन्द्र सिंह, सूरजभान)
- गोपाल सागर इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड (हेरी बजाज)
- प्राइमस अल्टिमा (पवन जिंदल)
- रामनाथ यादव, शेखर कुमार, कृष्ण कन्हैया, अंकित कुमार, आरिफ, शमीम मलिक
- महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ (प्रमोद कुमार सिंह)
- अरशद अली, फैज अंसारी
- एकता बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड (निखिल कुमार)
निवासियों की प्रतिक्रियाएँ
जहाँ कुछ स्थानीय लोगों ने इस अभियान का समर्थन किया और इसे भू-माफियाओं के खिलाफ एक आवश्यक कदम बताया, वहीं अन्य ने यह कहते हुए विरोध किया कि उन्हें भूमि की कानूनी स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है। एक निवासी, जो नाम न छापने की शर्त पर, ने कहा, “बिचौलियों द्वारा यह आश्वासन दिए जाने के बाद कि यह भूमि वैध है, हमने अपनी जीवन भर की जमा पूंजी यहाँ लगा दी।” इस बीच, अधिकारियों ने प्रभावित पक्षों से आगे की समीक्षा के लिए नोटिस अवधि के भीतर सभी संबंधित दस्तावेज़ जमा करने का आग्रह किया है।
आगे क्या होगा?
यदि अतिक्रमणकारी 7 दिनों की समय सीमा के भीतर अवैध निर्माण नहीं हटाते हैं, तो नोएडा प्राधिकरण बिना किसी और सूचना के सीलिंग या ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। प्रवर्तन दल को आगे अवैध कब्जे को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
यह कार्रवाई सरकारी भूमि को पुनः प्राप्त करने और क्षेत्र में अनधिकृत विकास को रोकने के लिए प्राधिकरण की व्यापक पहल का हिस्सा है।