आशु भटनागर । रविवार का दिन है, शहर के निवासी ग्रेनो वेस्ट में मेट्रो की समस्या को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने गए हुए है । इस शहर की यही खासियत है कि निवासियों को समस्याओं के लिए सांसद विधायकों की उदासीनता के चलते हर रविवार सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है । लोगों की समस्याओं पर नेताओं के उदासीनता पर काफी समाचार छापे जाते हैं पर समाधान होता नही है किंतु आज मुद्दा यह नहीं है ।
आज चुनावी चकल्लस में प्रमुख मुद्दा शुक्रवार को गौतम बुध नगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर हुए धमाके से जुड़ा हुआ है । इस धमाके के असर से शहर के सारे विश्लेषकों ने दांतो तले उंगली दबा ली है ।
हमने आपको पहले भी बताया कि इस दीपावली पर गौतम बुद्ध नगर से भाजपा सांसद डॉक्टर महेश शर्मा इस बार टिकट की दौड़ अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी माने जा रहे नवाब सिंह नगर के घर पर परिवार सहित पहुंचकर शुभकामना देने के बहाने उनको मैनेज कर चुके हैं। इसके बाद से ग्रेटर नोएडा के रूपवास गांव में बीते दिन हुए एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बहाने सांसद डॉक्टर महेश शर्मा के समर्थकों ने दावा किया कि अब गुर्जर समाज पूर्णतया उनके साथ है और कोई विवाद नहीं है कार्यक्रम के मंच पर नवाब सिंह नागर भी महेश शर्मा के लिए व्याख्यान देते नजर आए तो महेश शर्मा भी नवाब सिंह नागर की प्रशंसा करने से नहीं चुके ।
दीपावली पर ही डॉक्टर महेश शर्मा कैलाश पर्वत पर शहर के डेढ़ सौ से ज्यादा दरबारी पत्रकारो, यूट्यूबरो, को बुलाकर दीपावली की शुभकामनाएं और गिफ्ट देकर मीडिया को साधने की भी सफल कोशिश कर चुके है । लाइन में सर झुका कर खुद को धन्य समझने वाले इन पत्रकारों में कई मूर्त धन्य ब्यूरो चीफ, और कई चैनलों के वरिष्ठ पत्रकार ओर संपादक भी शामिल थे ।
अब इसके बाद की कड़ी में शुक्रवार को शहर में मुख्यमंत्री के आगमन पर उनके स्वागत में जो पोस्टर वायरल हुए हैं उसे शहर में चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि क्या महेश शर्मा ने गुर्जर समुदाय के नेताओं के बाद ठाकुर समुदाय के दो बड़े नेताओं को अपने पक्ष में कर लिया है ?
जी हां रविवार की सबसे बड़ी खबर यही है शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ के स्वागत में पूरे जिले में लाखो रुपए के खर्च कर लगे आउटडोर होर्डिंग्स में डॉक्टर महेश शर्मा के साथ नोएडा विधायक पंकज सिंह और जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के फोटो लगाकर शहर में यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि दोनों नेताओं के मध्य विवाद अब समाप्त हो चुका है । वही इस फोटो में दादरी विधायक तेजपाल नागर का ना होना कई प्रश्न भी खड़े कर रहा है। इसके साथ ही तीनो के एक आने को जनता में बी एन सिंह प्रभाव भी माना जा रहा है क्योंकि बीते दिनों एनसीआर खबर के ही एक सर्वे में लोगो बी एन सिंह को विकास के लिए सबसे सही दावेदार मान लिया था I आज अखबार अमर उजाला ने भी सर्वे को लेकर बी एन सिंह के बढ़ते प्रभाव पर समाचार छापा है I
इस मामले को लेकर दोनों ही पक्षों के लोग कुछ भी कहने को तैयार नहीं है इसलिए यह माना जा रहा है की महेश शर्मा एक-एक करके अपने सभी विरोधियों के साथ शीत युद्ध समाप्त कर अपनी टिकट की राह आसान करने में लगे हैं वहीं यह भी संदेश दिया जा रहा है कि प्रशंसकों के बीच भले ही तलवार खिंची हो किंतु चुनाव के मध्य पंकज धीरेंद्र और महेश तीनों ही एक हो चुके हैं । ऐसे में प्रशंसकों को अब एक दूसरे के नेता पर कटाक्ष करना बंद कर 2024 के लिए भाजपा की लड़ाई लड़ना शुरू कर देना चाहिए।
लोकसभा चुनाव को लेकर अपने टिकट के प्रति सांसद डॉ महेश शर्मा की प्रतिबद्धता इस बात से भी महसूस की जा रही है कि जहां वह एक और इन तीनों को एक साथ लाने में कामयाब दिख रहे हैं वहीं उन्होंने शनिवार को दिल्ली में अपने आवास पर भाजपा समर्थित सोशल मीडिया के प्रमुख इनफ्लुएंसरों की एक मीटिंग भी आयोजित की है। सामान्यता ऐसी मीटिंग अभी तक मुख्यमंत्री स्तर तक ही होती रही है ।
ऐसे में क्या वाकई डॉक्टर महेश शर्मा तीसरी बार टिकट लाने में सफल हो चुके हैं और और आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में लग चुके हैं या यह फिर एक भ्रम मात्र है, सच कहीं दूर कोने में छिपा बैठा है इसका फैसला भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और जनता पर छोड़ देते हैं ।