ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए नियुक्त हुए ओएसडी इंदु प्रकाश को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अतिक्रमण हटाने के फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद तमाम आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है लोगों ने प्रति उत्तर में प्रश्न करते हुए कहा कि पैसे वाले लोगों का अतिक्रमण प्राधिकरण कब हटाएगा ?
दरअसल अतिक्रमण हटाने के वीडियो को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह ने पोस्ट करते हुए लिखा था “अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू “जिसके बाद आशीष नामक यूजर ने उनसे पूछा और लिखा कि पैसे वालों का अतिक्रमण हटाने का आदेश नहीं मिला क्या??
Ecomart, ecovillage1 की ये तस्वीरें ब्यान करती हैं कि पैसा किसी की तो जेब गरम कर रहा है??
वहीं कई यूजर्स ने इसे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा की गई अच्छी कार्यवाही भी बताया है और उसकी तारीफ भी की है
क्या है ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिल्डर के अतिक्रमण का मुद्दा ?
दरअसल लोगो का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों ही जगह बिल्डर ने अधिकारियों की मदद से अतिक्रमण कर रखा है । ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के बाहर बने मार्केट में जहां बिल्डर ने दुकान बनाने के बाद अवैध किओस्क 20-20 हजार रुपए किराए पर लोगों को दे रखे हैं वही यहां बने कमर्शियल मॉल के आगे की सर्विस लेन और ग्रीन बेल्ट पर बिल्डरों का अवैध कब्जा है।
ग्रुप हाउसिंग में लोगों ने शिकायत की है की अधिकतर सोसाइटियों के बाहर बिल्डर ने अवैध कियोस्क लगवा दिए हैं जिसके चलते मार्केट की स्थिति और खराब हो गई है इन कियोस्क में आवारा किस्म के लोग घूमते रहते हैं और यहां रहने वाले महिलाओं और बच्चों के लिए पर बुरी नजर रखते हैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर एक स्थित कई सोसाइटियों में इस तरीके के कियोस्क रखे गए हैं जिनमें इको विलेज वन, अरिहंत आर्डन, हवेलिया वैलेंसिया, ट्रिडेंट एंबेसी, पैरामाउंट इमोशंस की शिकायत लोगों द्वारा की गई है ।
लोगों का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद यह कियोस्क ऐसे ही चलते रहते हैं कभी कभार इन पर कार्यवाही की जाती है इनके अलावा इन सोसाइटियों के पीछे बने गांव में भी अवैध कांप्लेक्स खड़े हो गए हैं और उन में भी इस तरीके के कियोस्क देखे जा रहे हैं।
वही सेक्टर 1 में गोल्डन आई मॉल पर लोगों ने सड़क के साथ बनी ग्रीन बेल्ट को ही कब्जाने के आरोप लगा दिए हैं लोगों के अनुसार माल की एंट्री 130 मीटर पर खोलने के कारण इस जगह हमेशा जाम लगा रहता है और एक्सीडेंट होने का खतरा भी बना रहता है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने एनसीआर खबर को बताया कि गोल्डन आई मॉल के आगे ग्रीन बेल्ट देने के लिए प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्लानिंग स्तर पर गड़बड़ी की हुई है जिसके कारण सर्विस लेन को माल के शुरू होने से पहले ही रोक दिया गया और सर्विस लेन की जगह पर ग्रीन बेल्ट बनाकर माल को में रोड पर लाने का अनाधिकृत एडवांटेज दे दिया गया है और बाद में माल के बिल्डर ने ग्रीन बेल्ट में कई एंट्री बना दी हैं और बाकी हिस्से में भी अवैध निर्माण कर रहा है
वहीं शहर में बने एक अन्य माल पीकेएस मॉल और अर्बनिया बिल्डर पर भी लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने सर्विस लेन को ही ग्रीन माल के फ्लोर के बराबर ऊंचा उठाकर कब्जा लिया है जिसके कारण ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे वह सर्विस लेन इस माल का एक हिस्सा है इसके साथ ही फुटपाथ के हिस्से पर आर्टिफिशियल घास लगाकर उसको डेकोरेटिव बना दिया गया है जिससे आम आदमी वहां आने की हिम्मत ही ना करें।
एनसीआर खबर की जांच में यह भी पता लगा कि चार मूर्ति किसान चौक से शुरू कर एक मूर्ति चौक तक बने इन मॉलों में अधिकतर बिल्डरों ने माल के साथ लगी सर्विस लेन के रखरखाव के नाम पर यह अतिक्रमण अंजाम दिया है । ऐसा नहीं है कि प्राधिकरण के अधिकारियों तक यह बातें पहुंचती नहीं है किंतु लोगों के आरोप हैं कि पैसा ले देकर इन सब बातों को नजरअंदाज कर दिया जाता है ।ऐसे में ग्रेनो प्राधिकरण में ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह क्या वाकई इन सभी मामलों पर बिल्डर के अतिक्रमण को हटा पाएंगे या फिर यह सब बातें सोशल मीडिया पर लोगों की हताशा बनकर ही रह जाएगी यह आने वाला समय बताएगा।