कहते हैं व्यक्ति परेशान हो तो वह मंदिर से लेकर गुरुद्वारे तक सभी जगह सर झुकाता है पता नहीं कौन सा देवीय योग उसकी परेशानी को हल कर दे किंतु अगर कोई राजनेता अगर टिकट की रेस में हो तो वह मंदिर से लेकर गुरुद्वारे के साथ-साथ जन्मदिन से लेकर तेहरवी/ बरसी तक के कार्यक्रमों में सर झुकाता है पता नहीं कौन सा देवीय और आत्मीय योग उनका टिकट का आशीर्वाद दिला दे ।
ऐसा ही कुछ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और गौतम बुद्ध नगर से तीसरी बार टिकट मांग रहे भाजपा नेता गोपाल कृष्ण अग्रवाल के साथ हो रहा है । लगातार दो बार टिकट न मिलने के बाद तीसरी बार बड़े उत्साह के साथ गोपाल कृष्ण अग्रवाल में टिकट के लिए बेहतर पी आर एजेंसी को भी हायर किया । समाचारों को पत्रकारों तक पहुंचाने के लिए शहर के स्वयंभू मीडिया मैनेजर्स भी नियुक्त किए गए और कई भाजपा के नेताओं को अलग-अलग तरीके से अपने साथ लाने की कोशिश की गई इसमें कुछ लोग वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा के धुर विरोधी थे तो कुछ लोग उनके जातीय और आर्थिक समन्वय से साथ आए ।
गोपाल कृष्ण अग्रवाल खुलकर सामने आए तो वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा ने भी एक बार फिर से संगठन और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अपनी लॉबी सामने कर दी । जिसके बाद शुरुआत में चर्चाओं में दिखाई देने वाले गोपाल अग्रवाल अब हाशिए पर दिखाई देने लगे हैं । स्थिति यह है कि उनकी चर्चाएं गौतम बुद्ध नगर में टिकट के दावेदारों में अब पीछे से पहले स्थान पर पहुँच गयी है ।
ऐसे में 15 से 20 दिन में टिकट की घोषणा होने की आशंका से डरे गोपाल कृष्ण अग्रवाल की टीम उन सभी टोटको को आजमाना चाहती है जिसके जरिए कहीं ना कहीं यह बताया जा रहा है कि इससे वह शीर्ष नेतृत्व की नजरों में चढ़ सकते हैं। माना जा रहा है गोपाल कृष्ण अग्रवाल की टीम शहर के तमाम ऐसे सामाजिक, बायर्स और डा महेश शर्मा विरोधी संगठनों से लगातार प्रार्थना कर रही है कि वह उनके लिए कुछ कार्यक्रम करे या फिर सोशल मीडिया पर मुद्दों को लेकर माहौल बनाएं किंतु जिले में डॉक्टर महेश शर्मा से सीधा संघर्ष करने को कोई तैयार नहीं है । कोड में खाज इस बात से भी मानी जा रही है कि अभी तक शांत बैठे सुरेंद्र नागर की चर्चाओं से गोपाल अग्रवाल को तीसरी बार असफलता मिलने का डर लग रहा है।
ऐसे में ताजा जानकारी के अनुसार बीते दिनों गोपाल कृष्ण अग्रवाल राधा मोहन सिंह के जन्मदिन पर पहुंचे तो वहां उनकी मुलाकात भाजपा के शीर्ष इनफ्लुएंसर्स की एक बड़ी टीम से हुई । यह टीम कई सांसद प्रत्याशियों, मुख्यमंत्रियों के अलावा मध्य प्रदेश चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के लिए भी काम कर चुकी है । ऐसे में लगातार चर्चा से बाहर होने के कारण गोपाल अग्रवाल अब अपने इस आखिरी टोटके का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे है।
सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में गोपाल अग्रवाल भी अगर इस सोशल मीडिया टीम के साथ एक हैंगआउट करते हुए पाए जाएं तो आश्चर्य नहीं होगा एनसीआर खबर को सूत्रों ने बताया है कि जल्द ही श्री राम मंदिर या फिर गणतंत्र दिवस के बहाने से ऐसे ही एक हैंगआउट इवेंट का आयोजन हो सकता है जिसमें सोशल मीडिया के अंदर इनफ्लुएंसरों के साथ मीटिंग कर गोपाल कृष्ण अग्रवाल के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की जा सकती है।
किंतु बड़ा प्रश्न यह है कि क्या गोपाल कृष्ण अग्रवाल अपने इस आखिरी दांव से गौतम बुद्ध नगर में चल रही दौड़ में सबको चित्त कर पाएंगे या फिर स्वंय चित हो जाएंगे यह आने वाले दिनों में पता चलेगा