लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है वैसे-वैसे इंडिया गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस’ के नेताओं की गठबंधन को लेकर तैयारी दिखाई देने लगी है उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी विपक्ष की पार्टी होने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी ने भी अब ऐसे संकेत देना शुरू कर दिए हैं पार्टी मुख्यालय पर हुई विधायकों की बैठकों में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने संकेत दिया है कि वह अपने कई विधायकों को लोकसभा चुनाव में उतर सकती है इसके साथ ही गठबंधन के सीटों के बंटवारे को लेकर भी फार्मूला स्पष्ट किया गया है जानकारी के अनुसार कांग्रेस को उतनी ही सीट दी जाएंगे जीतने पर उसके पास जितने वाले प्रत्याशी होंगे।
विधायकों को लोकसभा का टिकट देने के समाचार आते ही गौतम बुध नगर में समाजवादी पार्टी में कई लोगों के चेहरे एक बार फिर से खिल गए हैं । यद्धपि पार्टी के पूर्व पदाधिकारी ने दावा किया कि जिले में पार्टी की स्थिति चुनाव लड़ने लायक नहीं है। तमाम प्रयासों के बावजूद शहरी क्षेत्र में पार्टी कैडर ना के बराबर है और ग्रामीण वोटो के सहारे समाजवादी पार्टी बस जमानत ही बचा सकती है ऐसे में अगर यह सीट गठबंधन में कांग्रेस या ऑलरेडी को चला जाए तो हार की किरकिरी से बचा जा सकता है ।
बैठक में अखिलेश यादव ने मायावती के सम्मान करने को लेकर भी निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा मायावती उम्र में हमसे बड़ी है वह बड़ी नेता हैं हम सबको उनका सम्मान करना चाहिए जानकारी के अनुसार कई विधायकों ने स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों को लेकर शिकायत की थी जिसके बाद अखिलेश ने ऐसी बातें दोबारा न होने का आश्वासन भी दिया ।
मायावती का सम्मान करने के बयान आने के बाद एक बार फिर से राजनीतिक चर्चाओं में इस बात की भी चर्चा शुरू हुई है कि क्या अखिलेश यादव 2024 में 30 सीटों पर मायावती को गठबंधन में चुनाव लड़ने को तैयार हुए या फिर यह बस एक राजनीतिक बयान हैं
बैठक में अखिलेश यादव ने कहा उत्तर प्रदेश में समाजवादियों ने मेट्रो हर शहर में दी 2017 से अभी तक 8.5 करोड़ लोगों ने मेट्रो में सफर किया है इतनी बड़ी उपलब्धि भाजपा की किसी योजना में नहीं होगी